Suicide Attempt in Badaun : बदायूं के विकास भवन में सचिव के बेटे ने पेट्रोल छिड़ककर खुद को लगाई आग, मचा हड़कंप
Suicide Attempt in Badaun बदायूं के विकास भवन पर बुधवार को अपराह्न करीब सवा बजे अचानक चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। गबन के आरोप में साधन सहकारी सिठौली के निलंबित सचिव के बेटे ने पेट्रोल छिड़क कर खुद काे आग लगा ली।
बरेली, जेएनएन। Suicide Attempt in Badaun : बदायूं के विकास भवन पर बुधवार को अपराह्न करीब सवा बजे अचानक चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। गबन के आरोप में ,साधन सहकारी सिठौली के निलंबित सचिव के बेटे ने पेट्रोल छिड़क कर खुद काे आग लगा ली, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। दूसरा बेटा भी उसके साथ खुद को जलाने की कोशिश कर रहा था, कि वहां मौजूद होमगार्डों ने खुद को आग लगाने वाले युवक के कपड़े फाड़कर बचाया और अस्पताल पहुंचाया गया, दूसरे बेटे को भी पकड़ लिया था। झुलसे युवक राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। सचिव का दूसरा बेटा विकास भवन पर हंगामा करता रहा, अधिकारियों ने सिविल लाइन थाने की पुलिस बुला ली। वहां मौजूद युवक समेत दो लोगों को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। जिम्मेदार अधिकारी मामले की जांच-पड़ताल कराकर कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गांव बाकरपुर निवासी राजेंद्र पाल शर्मा इस्लामनगर क्षेत्र के गांव सिठौली स्थित किसान सेवा सहकारी समिति पर प्रभारी सचिव के पद पर कार्यरत थे। अप्रैल 2020 में उन्हें दो गेहूं खरीद केंद्रों का चार्ज दिया गया था। दोनों खरीद केंद्रों पर करीब 7200 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई। जिसमें उनके द्वारा परिवहन भाड़ा, लेबर पल्लेदारी, मंडी आदि के खर्च का करीब छह लाख का भुगतान किया गया, लेकिन विभाग द्वारा उन्हें इसका भुगतान नहीं मिला। इस बीच उन्हें एडीओ प्रदीप यादव द्वारा गबन के आरोप में निलंबित कर दिया था।
इसी को लेकर राजेंद्र पाल शर्मा अपनी बहाली और बैंक के लेनदेन पर लगी रोक को हटवाने के लिए अफसरों के कार्यालयों के एक साल से चक्कर काट रहे थे, कहीं कोई सुनवाई न होने पर बुधवार को राजेंद्र शर्मा अपने बेटे विपिन शर्मा, मनोज शर्मा, सचिन और पत्नी गुड्डो के साथ विकास भवन पहुंचे। प्रभारी एआर कोआपरेटिव मनोज उत्तम जैसे ही विकास भवन गेट से बाहर निकले अचानक विपिन शर्मा ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली। जब तक होमगार्डों ने उसके कपड़े फाड़कर बचाया तब तक वह बुरी तरह झुलस चुका था।
आग लगते ही विकास भवन में अफरा-तफरी मच गई। नगर मजिस्ट्रेट अमित कुमार, सीओ सिटी सीपी सिंह और इंस्पेक्टर संजीव शुक्ला पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। राजेंद्र के दूसरे बेटे मनोज शर्मा पुलिस टीम ने जबरन पकड़कर जीप में डाल दिया। पुलिस राजेंद्र पाल शर्मा और उसके बेटे मनोज शर्मा, सचिन शर्मा व पत्नी गुड्डो को थाने ले आई है। यहां पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। ये लोग विभागीय अधिकारियों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगा रहे थे। विभाग पर निजी तौर पर खर्च किया गया लाखों रुपये का भुगतान न देने का आरोप लगा रहे थे।
सहकारिता विभाग से जुड़ा मामला है। सचिव के परिवार के लोग बाहर आए और अचानक एक युवक ने आग लगा ली। उसको होमगार्डों ने बचाया और तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। वह लोग बाहर ही बैठे थे, उनके पास तक नहीं आए थे। पूरे मामले की जानकारी की जा रही है। जांच-पड़ताल कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।- निशा अनंत, मुख्य विकास अधिकारी