अप्रशिक्षित स्टाफ से डिलीवरी कराने में अस्पताल प्रबंधन घिरा, महिला डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ पुलिस दर्ज की एफआइआर
अप्रशिक्षित स्टाफ से महिला डॉक्टर की डिलीवरी कराने के आरोपों में गंगाशील अस्पताल घिरा है। महिला डॉक्टर के पति भी एक निजी अस्पताल में डॉक्टर है। उनकी तहरीर पर एडीजी अविनाश चंद्र ने एफआइआर के निर्देश जारी किए। पुलिस ने महिला डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
बरेली, जेएनएन। अप्रशिक्षित स्टाफ से महिला डॉक्टर की डिलीवरी कराने के आरोपों में गंगाशील अस्पताल घिरा है। महिला डॉक्टर के पति भी एक निजी अस्पताल में डॉक्टर है। उनकी तहरीर पर एडीजी अविनाश चंद्र ने एफआइआर के निर्देश जारी किए। प्रेमनगर पुलिस ने महिला डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
इज्ज्तनगर की पॉश कॉलोनी के एक डॉक्टर की पत्नी भी देहात की एक सीएचसी में डॉक्टर हैं। आरोप है कि बीते 21 मार्च को पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के बाद सुबह करीब दस बजे गंगाशील अस्पताल में भर्ती कराया। प्रबंधन ने बताया कि उनकी पत्नी का प्रसव अस्पताल की डॉक्टर शालिनी माहेश्वरी करेंगी। आरोप है कि ऑपरेशन के वक्त उन्होंने डॉ. शालिनी को अपने पति के साथ उनके कमरे में बात करते देखा। स्टाफ ने उन्हें जानकारी दी कि उनकी पत्नी का ऑपरेशन एक वार्ड ब्वाय कर रहा है। हालांकि कुछ ही देर बाद उनकी पत्नी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। बाद में 29 जनवरी को दोबारा उनकी पत्नी को पेट में दर्द की शिकायत हुई। अल्ट्रासाउंड कराने पर उनके पेट में गंभीर दिक्कत सामने आई। उन्होंने पत्नी को एक दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित डॉक्टर ने एडीजी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद एडीजी के निर्देश पर एफआइआर दर्ज कराई गई। गंगाशील अस्पताल के मालिक डॉ. निशांत गुप्ता ने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं। उन्हें बदमान करने की साजिश की जा रही है। प्रसव प्रशिक्षित स्टाफ ने ही कराया था।