बरेली में स्कूल प्रबंधन ने छात्र से दस रुपये के स्टांप पेपर पर मांगा माफीनामा, जानिए क्या रही वजह

Bareilly St. Xaviers School Case गुरुवार को सेंट जेवियर स्कूल के ग्यारहवीं में पढ़ने वाले छात्र से मारपीट करने का मामला तूल पकड़ गया है। छात्र के अनुसार स्कूल प्रबंधन ने उससे दस रुपये के स्टांप पेपर पर माफीनामा मांगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 07:10 AM (IST)
बरेली में स्कूल प्रबंधन ने छात्र से दस रुपये के स्टांप पेपर पर मांगा माफीनामा, जानिए क्या रही वजह
बरेली में स्कूल प्रबंधन ने छात्र से दस रुपये के स्टांप पेपर पर मांगा माफीनामा, जानिए क्या रही वजह

बरेली, जेएनएन। Bareilly St. Xaviers School Case : गुरुवार को सेंट जेवियर स्कूल के ग्यारहवीं में पढ़ने वाले छात्र से मारपीट करने का मामला तूल पकड़ गया है। छात्र के अनुसार स्कूल प्रबंधन ने उससे दस रुपये के स्टांप पेपर पर माफीनामा मांगा। माफीनामा देने से इंकार करने पर प्रधानाचार्य ने शुक्रवार को स्कूल के कामन स्टूडेंट वाट्सएप ग्रुप पर छात्र को निलंबित का मैसेज भेजा है।

छात्र भूपेश सिंह रावत का कहना है कि स्कूल में दोस्त के साथ बातचीत करने के दौरान गाली निकल गई थी। अचानक पास से निकल रहीं शिक्षिका के सुनने के बाद पहले उन्होंने उसे मारा और फिर अन्य दो शिक्षकों को बुलाकर उसकी जमकर पिटाई की। वहीं प्रधानाचार्य ने भी छात्र का गला दबाकर उसे स्कूल से निकाल दिया। शुक्रवार को छात्र से दस रुपये के स्टांप पेपर पर माफीनामा के साथ बुलाया। इस पर जब उसने इंकार किया तो प्रधानाचार्य ने वाट्सएप ग्रुप पर छात्रों को संस्पेड करने का मैसेज भेज दिया है। छात्र के पिता देहरादून में कार्यरत हैं और मां का कुछ समय पहले निधन हो गया। वह अपनी दादी मोहिनी रावत के साथ कैंट क्षेत्र के चनेहटी में रहता है। छात्र की दादी का कहना है कि हमें निर्बल समझकर स्कूल प्रबंधन द्वारा परेशान किया जा रहा है।

छात्र की मदद में घर पहुंचे उसके दोस्तों के अभिभावक

छात्र भूपेश ने बताया कि उसकी इतनी बड़ी कोई गलती नहीं थी। इसलिए शुक्रवार को उसके साथियों के अभिभावक उसके घर पहुंचे और उसे इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया। वहीं अभिभावक संघ के अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने कहा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा अभद्रता करने पर स्कूल के बाहर शनिवार को प्रदर्शन किया जाएगा।

सारे आरोप निराधार हैं। बच्चे की शिकायत मिलने पर उसे समझाने के दौरान वह अपने होश में नहीं था। इसलिए उसे कंट्रोल में करने पर शिक्षकों ने सख्ती दिखाई थी। आकाश शुक्ला, प्रधानाचार्य, सेंट जेवियर

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