बरेली के टोलप्लाजा में लगे स्कैनर फास्टैग को नहीं कर पा रहे है रीड, वाहनों को रुकना पड़ रहा है टोल प्लाजा पर
वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य होने के बावजूद फतेहगंज पश्चिमी स्थित टोल प्लाजा पर व्यवस्थाएं सुधर नहीं रही हैं। यात्रियों को टोल प्लाजा पर रुकना पड़ रहा है। टोल प्लाजा पर आरएफआइडी स्कैनरों की फ्रीक्वेंसी भी नहीं बढ़ाई गई है।
बरेली, जेएनएन। वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य होने के बावजूद फतेहगंज पश्चिमी स्थित टोल प्लाजा पर व्यवस्थाएं सुधर नहीं रही हैं। यात्रियों को टोल प्लाजा पर रुकना पड़ रहा है। टोल प्लाजा पर आरएफआइडी स्कैनरों की फ्रीक्वेंसी भी नहीं बढ़ाई गई है। इस कारण बूथ के ऊपर लगे स्कैनरों को कुछ नीचा करके लगाया गया है। बावजूद इसके कई वाहनों पर लगे फास्टैग को आरएफआइडी स्कैनर रीड नहीं कर पा रहे हैं, जिस कारण बूम नहीं खुल रहा। ऐसे में हैंडल स्कैनरों का ही सहारा लेकर वाहन निकाले जा रहे हैं।
बूथ के ऊपर लटके आरएफआइडी स्कैनर बने शोपीस
नेशनल हाईवे पर बने टोल प्लाजा पर सड़क के दोनों ओर चार-चार लेन पर बूथ के ठीक ऊपर रेडियो फ्रेक्वेंसी आडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) लगे हुए है। बूथ पर आने वाले वाहनों पर लगे फास्टैग को ये स्कैनर पढ़ते हैं। तुरंत फास्टैग से टोल टैक्स कट जाता है और वाहन के लिए बैरियर खुल जाता है। कई बार फास्टैग में बैलेंस होने के बावजूद बैरियर नहीं खुलता। तब फास्टैग पर हैंडल स्कैनर लगाना पड़ता है। काफी नजदीक से स्कैनर लगाने पर बैरियर खुलता है। यानी बूथ के ऊपर लगे आरएफआइडी स्कैनर की फ्रीक्वेंसी काफी कम है।
अब तक नहीं बढ़ी स्कैनर की फ्रीक्वेंसी
देश भर के टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्यता के साथ लागू तो हो गया है, लेकिन टोल प्लाजा पर व्यवस्थाएं मुकम्मल नहीं की गई है। वहां लगाए गए आरएफआइडी स्कैनर को भी अपडेट नहीं किया गया है। उसकी फ्रीक्वेंसी भी अब तक नहीं बढ़ाई गई है। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। हैंडल स्कैनर से फास्टैग को स्कैन कराने में करीब पांच मिनट तक लग जाता है।
फास्टैग रिचार्ज की व्यवस्था भी नहीं हुई शुरू
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने टोल प्लाजा के बूथ पर फास्टैग को तुरंत रिचार्ज करने की व्यवस्था देने को कहा था। फास्टैग की अनिवार्यता होने के बावजूद वहां तुरंत रिचार्ज की सुविधा नहीं शुरू हो पाई है। ऐसे में वाहनों के फास्टैग रिचार्ज नहीं होने पर यात्रियों को नकद में दोगुना टैक्स का भुगतान करना पड़ रहा है। टोल प्लाजा पर व्यवस्थाएं बनाने के लिए तीस मीटर दूर गार्ड लगाए गए हैं, जो बिना फास्टैग वाले वाहनों को फास्टैग वाली लेन में जाने नहीं दे रहे हैं।
क्या कहना है टोल मैनेजर का
टोल प्लाजा पर फिलहाल नकद में दोगुना भुगतान करके भी वाहनों को निकाला जा रहा है। अभी यह व्यवस्था पूरी तरह बंद नहीं है। बूथ के ऊपर लगे आरएफआइडी स्कैनरों को ऊपर-नीचे, इधर-उधर घुमाने की रुटीन की प्रक्रिया है। व्यवस्थाएं बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
एश्वर्य गुप्ता, मैनेजर, टोल प्लाजा