दुष्कर्म में झोलाछाप को सात साल की कैद
महिला मरीज को इलाज के बहाने बंधक बनाने और दुष्कर्म करने वाला झोलाछाप डॉक्टर सात साल कैद में काटेगा।
बरेली : महिला मरीज को इलाज के बहाने बंधक बनाने और दुष्कर्म करने वाला झोलाछाप डॉक्टर सात साल कैद में काटेगा। 2011 में फरीदपुर क्षेत्र में हुए प्रकरण में स्पेशल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट अजय सिंह ने मुख्य आरोपित डॉक्टर सलीम को सात साल कारावास और साजिश में शामिल रहे उसके सहित दो अन्य को दो-दो साल कैद की सजा सुनाई। 21 हजार रुपये जुर्माना भी भरना होगा। यह रकम पीड़िता को देने के आदेश दिए।
वारदात 2011 में हुई थी। पीड़िता का पति दिल्ली में मजदूरी करता है। वह यहां तीन बच्चों के साथ रहती है। बीमार होने पर जेड़ गांव में झोलाछाप सलीम के पास गई थी। डॉक्टर ने उसे कई बार अपने पास बुलाया। फिर इलाज के बहाने उसे दूसरे स्थान पर ले गया। वहां उसे बंधक बनाकर रखा। दुष्कर्म किया। इस दौरान वह गर्भवती हुई तो झोलाछाप ने उसका गर्भपात करा दिया। पति की शिकायत के बाद पुलिस ने सलीम के चंगुल से से महिला को छुड़ाया था। पुलिस ने तफ्तीश में सलीम के भाई तस्लीम और अबरार को भी साजिश में शामिल होने और मदद करने का आरोपित बनाया था। कोर्ट ने तीनों को कारावास की सजा सुनाई है। बंधक बनाकर 20 दिन तक किया दुष्कर्म
जागरण संवाददाता, बरेली : इज्जतनगर में रहने वाली एक किशोरी को अगवा करके 20 दिन तक दुष्कर्म करने के आरोपित ने अब उसकी मां से दुष्कर्म करने का प्रयास किया। लोगों के आने पर भाग निकला। पीड़िता ने मंगलवार को एसएसपी ऑफिस में शिकायत के साथ मुख्यमंत्री और डीजीपी को भी कार्रवाई के लिए शिकायतीपत्र भेजा है।
बारादरी निवासी महिला ने बताया कि पति से विवाद के बाद वह दो बच्चों के साथ इज्जतनगर में किराये पर रहती है। रसीद खां उसकी नाबालिग बेटी को अगवा कर लिया था। इस दौरान बेटी को कमरे में बंधक बनाकर 20 दिन दुष्कर्म किया। आइजी से शिकायत के बाद एसएसपी ने फटकारा तो पुलिस ने दबाव डलवाकर किशोरी को घर भिजवाया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया उल्टा आरोपित ने उसके बेटे को अगवा कर हत्या की धमकी देते हुए अपने पक्ष में हलफनामा बनवाकर पुलिस को सौंप दिया। अबतक उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। आरोपित ने महिला से भी दुष्कर्म का प्रयास किया।