पांच करोड़ के सोने के साथ पकडे़ गए सर्राफ ने दिल्ली में खोला बड़ा राज, दहशत में आए बरेली के सर्राफा कारोबारी

10 किलो सोने के साथ दिल्ली में पकड़े गए दो सराफा कारोबारी लंबे समय से चोरी छिपे करोड़ों का सोना यहां खपाते आ रहे थे। चार-पांच सालों में दोनों पार्टनरों ने करोड़ों की हस्ती बना ली। अलीशान मकान बनवा लिए।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 10:20 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 10:20 AM (IST)
पांच करोड़ के सोने के साथ पकडे़ गए सर्राफ ने दिल्ली में खोला बड़ा राज, दहशत में आए बरेली के सर्राफा कारोबारी
पांच करोड़ के सोने के साथ पकडे़ गए सर्राफ ने दिल्ली में खोला बड़ा राज

बरेली, जेएनएन।10 किलो सोने के साथ दिल्ली में पकड़े गए दो सराफा कारोबारी लंबे समय से चोरी छिपे करोड़ों का सोना यहां खपाते आ रहे थे। चार-पांच सालों में दोनों पार्टनरों ने करोड़ों की हस्ती बना ली। अलीशान मकान बनवा लिए। चर्चा तो यह भी रही कि लाकडाउन के दौरान दोनों ने चार महंगी कारें खरीदीं। तभी से लोगों की निगाह में आने लगे थे।

साहूकारा में सराफा शोरूम चलाने वाले दोनों कारोबारी पार्टनर हैं। इन पर दिल्ली के करोलबाग क्षेत्र में डायरेक्टर ऑफ रेवन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआइ) ने कार्रवाई की। दोनों के पास से सोने के 10 ब्रेड (छोटी ईंटनुमा) बरामद की गईं। प्रत्येक का वजन करीब एक किलो था। इस हिसाब से करीब पांच करोड़ का सोना खरीदकर दोनों लौट रहे थे। दोनों से संबंधित कागज मांगे गए, मगर नहीं दिखा सके। जिसके बाद मंगलवार को जेल भेज दिया गया था। दोनों के चालक व नौकर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सराफा बाजार में चर्चा रही कि एक गणेेश नाम का शख्स पकड़ा गया है, जबकि दूसरे का नाम अन्नू बताया जा रहा। हालांकि स्थानीय पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही।

दोनों की साहूकारा में दुकान: पकड़े गए दोनों सर्राफ की साहूकारा में दुकानें हैं। इनमें एक महाराष्ट्र से आकर कारोबार करने लगा, जबकि दूसरा स्थानीय है। दोनों के बीच पार्टनरशिप में यह काम होता था। बताया जाता है कि इनमें से एक ने मिनी बाइपास रोड स्थित कालोनी में कुछ समय पहले आलीशान मकान खरीदा था। इससे पहले ही एक का मकान बड़ी कालोनी व दूसरे का शास्त्रीनगर में है।

बताया जा रहा कि टैक्स चोरी कर इस तरह लंबे समय से सोना खरीदकर यहां लाया जा रहा था। इस बार करीब पांच करोड़ का सोना खरीदा जाना था। बैंक, चेक के जरिये खरीद होने पर जरूरी लिखापढ़ी करनी होती। चूंकि इतना मोटा कारोबार चोरी छिपे, टैक्स बचाने के लिए होता है, इसलिए दोनों नकदी लेकर गए।

इतनी रकम कार में रखकर ले जाना खतरनाक है, पुलिस पहले ही कह चुकी है कि यदि कारोबार के लिए नकदी ले जानी हो तो सुरक्षा मांग लें। मगर, सोना खरीद का खेल चोरी-छिपे हो रहा था, इसलिए दोनों ने बड़ा रिस्क लिया।

किसी को जरा सा भी नहीं होने दिया शक

दोनों पर कार्रवाई के बाद शहर के सर्राफ अचंभित हैं। दोनों सोने की खरीद फरोख्त करते थे, मगर इतनी बड़ी मात्रा में चोरी-छिपे माल लाते होंगे, इसकी भनक किसी को नहीं थी।

सोना खरीदने वालों तक पहुंच सकती है टीम

बाजार में चर्चा रही कि दिल्ली से खरीदकर लाया गया सोना दो तरीके से बेचा जाता था। सोने के कुछ ब्रेड आभूषण बनाने में खपा दिए जाते थे। जबकि कुछ को इसी तरह बेच दिया जाता था। माना जा रहा है कि दोनों से पूछताछ के बाद टीम उन लोगों के पास भी आ सकती है, जोकि सोने के इन ब्रेेड को खरीदते थे।

बुलियन का काम करने वाले दोनों सर्राफा कारोबारी आभूषण बनाने के लिए व्यापारियों को माल देते हैं। शहर के कई सर्राफा कारोबारी इन दोनों कारोबारियों से माल खरीदते थे। कुछ साल पहले डेनमार्क में 35 किलो सोने के लेन देन में भी एक कारोबारी का नाम जुड़ चुका है।

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