ग्रामीण के खुदकुशी करने के बाद बरेली पुलिस पर पथराव करने के मामले में 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

आंवला में मऊ-चंदपुर के शिशुपाल की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर किये गए पथराव में 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। सुसाइड नोट फर्जी होने का राजफाश होने के बाद पुलिस इस बारे में भी पता लगा रही है किसने फर्जी सुसाइड लेटर लिखा।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 10:50 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 10:50 AM (IST)
ग्रामीण के खुदकुशी करने के बाद बरेली पुलिस पर पथराव करने के मामले में 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
फर्जी सुसाइड नोट लिखकर जेब में डालने वाले पर भी होगी कार्रवाई।

बरेली, जेएनएन। आंवला में मऊ-चंदपुर के शिशुपाल की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर किये गए पथराव में पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों के घायल होने पर पथराव करने वाले 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। वहीं सुसाइड नोट फर्जी होने का राजफाश होने के बाद पुलिस इस बारे में भी पता लगा रही है किसने फर्जी सुसाइड लेटर लिखा और दारोगा को फंसाने की साजिश की। जिससे उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा सके।आरोपितों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा और पुलिस पर हमले का मामला दर्ज किया गया है। 

इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को वह आंवला में निकाले जा रहे जुलूस की निगरानी में मौजूद थे। उसी दौरान रामनगर चौकी इंचार्ज रामरतन ने फोन कर बताया कि ग्राम मऊ-चंदपुर से गायब युवती की ने पिता शिशुपाल ने खुदकुशी कर ली है। जब वह मौके पर पहुंचे तो शिशुपाल के घर के आसपास व छतों पर भीड़ थी। जिसने पुलिस पर पथराव किया। घटना में सिपाही धीरज और अर्जुन सिंह घायल हो गए है। जिसके बाद वह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।

बता दें कि शिशुपाल की खुदकुशी के बाद उसके जेब से एक सुसाइड नोट मिला था। जिसके उनकी बेटी की बरामदगी के लिए चौकी इंचार्ज पर एक लाख मांगने का आरोप लगाया था। जिससे परेशान होकर उन्होंने खुदकुशी की बात लिखी थी। आराेप है कि चौकी इंचार्ज पहुंचे और उस सुसाइड नोट को फाड़ दिया था। जिससे लोगों का पारा चढ़ गया और नारेबाजी कर पुलिस पर पथराव कर दिया था। जिसके बाद सीओ ने किसी तरह लोगों को शांत कराया था। लोगों की मांग पर चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया था।

आरोप के बाद एसएसपी ने सुसाइड लेटर के हैंडराइटिंग मिलान के आदेश दिए। सुसाइड लेटर से मृतक की हैंडराइटिंग का मिलान नहीं हुआ। जिसके बाद यह साफ हो गया कि दारोगा को फंसाने के लिए साजिश रची गई थी। पुलिस अब इसका पता लगाने का प्रयास कर रही है कि सुसाइड लेटर लिखकर शिशुपाल की जेब में किसने डाला था। जिससे उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके।

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