बरेली के दैनिक जागरण में बच्चों के बारे में पढ़ा तो थाने पहुंची रूबी
लाउडस्पीकर से आवाज लगाकर गली-गली अम्मी को तलाशने वाले शान और अलीना को सोमवार को थोड़ी राहत मिली। दैनिक जागरण में बच्चों की कहानी प्रकाशित हुई तो दोपहर को उनकी अम्मी रूबी खुद थाने पहुंच गई। कहा मर्जी से मुंह बोली बहन के घर रह रही हूं।
बरेली, जेएनएन। लाउडस्पीकर से आवाज लगाकर गली-गली अम्मी को तलाशने वाले शान और अलीना को सोमवार को थोड़ी राहत मिली। दैनिक जागरण में बच्चों की कहानी प्रकाशित हुई तो दोपहर को उनकी अम्मी रूबी खुद थाने पहुंच गई। कहा कि मर्जी से मुंहबोली बहन के घर पुरानेे शहर में रह रही हूं। पति के घर के बजाय अब वहीं रहना चाहती हूं।
जानकारी पर उनके पति अफसर अली भी थाने पहुंचे। रूबी को समझाने का प्रयास किया। रूबी ने बेटे शान व बेटी अलीना के बारे में पूछा। कहा कि वे दोनों पति के साथ रह लेंगे। 14 माह की बेटी को मैं अपने साथ रखूंगी। कहने के बाद वह पुराना शहर लौट गई। अफसर अली ने बताया कि रूबी को सिजोफ्रोनिया नामक बीमारी है, जिसका इलाज चल रहा है। इस बीमारी की वजह से वहम, भय होता है। इससे पहले भी वह तीन बार घर छोड़कर जा चुकी है। समझाने का प्रयास कर रहा हूं, मुझे उम्मीद है कि बच्चों की खातिर वह घर लौट आएगी। इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी ने बताया कि महिला खुद थाने आई है। उसने पुराने शहर में मुंह बोली बहन के वहां रहने की बात कही है।
यह है मामला
29 सितंबर को बाकरगंज निवासी रूबी अचानक लापता हो गई थी। पति अफसर अली ने कई जगह तलाशा मगर कुछ पता नहीं चला। आठ दिन पहले उनकी नौ वर्षीय बेटी अलीना व 12 साल का बेटा शान लाउडस्पीकर लेकर गलियों में निकल पड़ा। अम्मी घर लौट आओ, अपील करते हुए दोनों बच्चे रोज शहर में घूमते। जागरण ने इस मामले को सोमवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था।