दिल्ली से आई मदद की कॉल, स्वयंसेवकों ने कराई अंत्येष्टि

बेबस बुजुर्ग के साथ परिवार का कोई सदस्य नहीं था अंतिम संस्कार करना मुश्किल हो गया। उन्होने दिल्ली में रहने वाले अपने भांजे को बताया तो उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं से मदद मांगी। जिसके बाद स्वयंसेवक पीपीई किट पहनकर पहुंचे और अंतिम संस्कार किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 05:34 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 05:34 AM (IST)
दिल्ली से आई मदद की कॉल, स्वयंसेवकों ने कराई अंत्येष्टि
दिल्ली से आई मदद की कॉल, स्वयंसेवकों ने कराई अंत्येष्टि

बरेली, जेएनएन: कोविड संक्रमण में जिंदगी साथ छोड़ रही, मगर दुश्वारियां नहीं। घर में अकेले रहने वाले बुजुर्ग दंपती में महिला को वायरस लील गया। बेबस बुजुर्ग के साथ परिवार का कोई सदस्य नहीं था, अंतिम संस्कार करना मुश्किल हो गया। उन्होने दिल्ली में रहने वाले अपने भांजे को बताया तो उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं से मदद मांगी। जिसके बाद स्वयंसेवक पीपीई किट पहनकर पहुंचे और अंतिम संस्कार किया

कर्मचारीनगर में रहने वाले बुजुर्ग के भांजे ने गुरुवार सुबह को संघ के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया। बताया कि वह दिल्ली से बोल रहे हैं। इंटरनेट के जरिये आपका नंबर मिला। मामी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है, मामा घर में अकेले हैं। आसपास के लोग संक्रमण के डर से मदद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता उनकी मदद जरूर करेंगे। बातचीत के बाद महानगर प्रचारक विक्रांत ने छह स्वयंसेवकों को उस पते पर भेजा। पीपीई किट पहने कार्यकर्ता शव श्मशान भूमि लेकर गए और अंतिम संस्कार किया

हेल्पलाइन की बातचीत

शख्स: मैं दिल्ली से बात कर रहा हूं। बरेली में मेरी मामी का स्वर्गवास हो गया है। इस समय मुझे कुछ और ध्यान नहीं आया तो मैंने इंटरनेट से नंबर लेकर आपको कॉल किया।

स्वयंसेवक: बहुत दुख की बात है। बताइए हम क्या सहयोग कर सकते हैं?

शख्स: मेरे मामा अकेले हैं। मामी की अंत्येष्टि कराने में कुछ कार्यकर्ता हमारा सहयोग कर दें तो अच्छा होगा।

स्वयंसेवक: जी, बिल्कुल। किस स्थान पर किस समय अंत्येष्टि करानी है?

शख्स: 3:30 बजे सिटी श्मशान बरेली में ही।

स्वयंसेवक: ठीक है, हमारे कार्यकर्ता बंधु पहुंच जाएंगे।

शख्स: बहुत धन्यवाद आपका। बरेली आकर आपसे जरूर मिलना चाहूंगा।

स्वयंसेवक: जी बिल्कुल, फिलहाल आप अंत्येष्टि की तैयारी कीजिये। अपने मामा को सूचना दे दीजिए। हमारे कार्यकर्ता बंधु समय पर पहुंच जाएंगे।

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हेल्पलाइन के जरिये हम सभी को मदद दे रहे हैं। ऑक्सीजन, दवा और भर्ती कराने में स्वयंसेवक अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।

- आनंद, विभाग प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

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