Rohitash Murder Case : जमीन के एग्रीमेंट ने खोला रोहिताश की हत्या का राज, सामने आई पत्नी और बेटी की कारस्तानी
Rohitash Murder Case बदायूं के थाना जरीफनगर के गांव दांदरा में पांच सितंबर की रात घर में घुसकर रोहिताश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतक की पत्नी ने अपने भांजे व उसके पिता पर हत्या का आरोप लगाया था।
बरेली, जेएनएन। Rohitash Murder Case : बदायूं के थाना जरीफनगर के गांव दांदरा में पांच सितंबर की रात घर में घुसकर रोहिताश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतक की पत्नी ने अपने भांजे व उसके पिता पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि मृतक की पत्नी ने कुछ दिन पहले किसी जमीन का एग्रीमेंट किया। यहीं से कहानी पकड़ में आई और पुलिस ने आरोपितों को पकड़ लिया। हत्या में युवक की पत्नी और बेटी भी शामिल थे। उन्होंने तीन लाख रुपये देकर हत्या कराई थी।
जरीफनगर इंस्पेक्टर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि रोहिताश की पत्नी वरफा देवी को शक था कि रोहिताश के संबंध उसके भांजे संभल जिले के रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव फैजपुर निवासी बृजेश की पत्नी से हैं। उसे डर था कि रोहिताश कहीं बृजेश की पत्नी को घर में न रख ले। इसीलिए वरफा देवी ने अपनी बेटी राजकुमारी को षड़यंत्र का हिस्सा बनाया। इसके बाद वह संभल जिले के थाना गुन्नौर के गांव मेंदावली निवासी बालिस्टर पुत्र श्योदान सिंह से मिली। बालिस्टर एक अपराधी किस्म का व्यक्ति है, जिस पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं।
वरफा देवी ने बालिस्टर से सौदा कि वह उसके पति रोहिताश को मार देगा तो वह उसे तीन लाख रुपये देगी। बात तय होने के बाद वरफा देवी पैसे की जुगाड़ नहीं कर सकी तो उसने अपनी जमीन बालिस्टर के नाम एग्रीमेंट कर दिया। इसके बाद बालिस्टर ने अपने साथ प्रेम यादव और उसके दोस्त उत्तराखंड हरिद्वार के रामगढ़ नई बस्ती निवासी मोनू कश्यप को लिया और पांच सितंबर की रात रोहिताश के सो जाने के बाद घर में घुसकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
जरीफनगर इंस्पेक्टर सुधाकर पांडेय ने बताया कि मुख्य आरोपित बालिस्टर अौर उसके साथी प्रेम यादव और मोनू को बदायूं-गुन्नौर बार्डर के पास खेतों से जबकि रोहिताश की पत्नी वरफा देवी और बेटी राजकुमारी को घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बताया कि आरोपितों के पास से हत्या में प्रयुक्त किए गए तीन तमंचे, एक बाइक, एक मोबाइल बरामद किया है।
मां-बेटी पल-पल की देती रहीं अपडेट
वारदात के बाद से राजफाश में उलझी पुलिस समझ नहीं पा रही थी कि भांजा बृजेश और उसका पिता हत्या क्यों करेगा, जबकि हत्या के बाद वह अपने घर में ही थे। पुलिस मामले की तह तक पहुंचना चाहती थी, इसलिए लंबा समय लगा। इंस्पेक्टर जरीफनगर सुधाकर पांडेय ने बताया कि शक होने पर जब वरफा देवी के मोबाइल को ट्रेस किया गया तो धीरे धीरे परतें खुलने लगी।
हत्या के कुछ दिन पहले से वरफा देवी की बात बालिस्टर से शुरू हुई थी और हत्या के ठीक बाद भी बालिस्टर के नंबर पर काल किया गया। उन्होंने बताया कि वरफा की बेटी राजकुमारी ने रोहिताश की मौत हो गई यह पुष्टि करने के लिए बालिस्टर को कॉल किया था।
रोहिताश की हत्या का सफल राजफाश किया गया है। मामले में कोई निर्दोष व्यक्ति जेल न जाए इसलिए राजफाश में कुछ समय लगा। हत्यारोपित बालिस्टर व उसके साथी और रोहिताश की पत्नी व बेटी को जेल भेज दिया गया है।- सुधाकर पांडेय, इंस्पेक्टर, जरीफनगर