Rohilkhand University News : क्या रुहेलखंड विश्वविद्यालय में इस सत्र से बीएमएस की पढ़ाई शुरू हाेे सकेगी, जवाब के लिए यहां पढ़ें
Rohilkhand University News रुविवि कैंपस में Bachelor of Management Studies (BMS) की पढ़ाई इस सत्र से शुरु करने को लेकर इसी सप्ताह निर्णय लिया जाना है। पाठ्यक्रम को इस सत्र से शुरू करने की विश्वविद्यालय की तैयारी पूरी है पर राजभवन से अभी सहमति नहीं आयी है।
बरेली, जेएनएन। Rohilkhand University News : रुविवि कैंपस में Bachelor of Management Studies (BMS) की पढ़ाई इस सत्र से शुरु करने को लेकर इसी सप्ताह निर्णय लिया जाना है। पाठ्यक्रम को इस सत्र से शुरू करने की विश्वविद्यालय की तैयारी पूरी है पर राजभवन को भेजे गए पत्र पर अभी सहमति नहीं आयी है। Rohilkhand University प्रशासन का कहना है कि एक सप्ताह के भीतर राजभवन से अनुमति मिलते ही कोर्स में प्रवेश शुरू करा दिया जाएगा। डीन मैनेजमेंट प्रो. संजय मिश्रा ने बताया कि एकेडमिक काउंसिल से कोर्स को सेल्फ फाइनेंस में चलाने का प्रस्ताव पास कर राजभवन भेजा गया है। राजभवन से अभी रिस्पांस नही आया है। जिसकी प्रतीक्षा की जा रही है।
डीन मैनेजमेंट प्रो. संजय मिश्रा ने बताया कि इसी सप्ताह राजभवन से अनुमति पत्र Rohilkhand University को मिलेगा तो यह कोर्स इसी सत्र से शुरु किया जा सकेगा। Rohilkhand University परिसर में इस सत्र में मैनेजमेंट का बैचलर कोर्स शुरू किया जाना है। कोर्स का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। कार्यपरिषद से भी विवि ने कोर्स को अप्रूव कराकर राजभवन भेजा था। जिसमें राजभवन ने विश्वविद्यालय से पूछा था कि क्या यह कोर्स सेल्फ फाइनेंस मोड में चलेगा। पिछले दिनों हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस कोर्स को सेल्फ फाइनेंस मोड में चलाने का प्रस्ताव पास कर राजभवन को भेज दिया गया था। बता दें कि कुलपति खुद बीएमएस पाठ्यक्रम को इसी सत्र से शुरु करना चाहते हैं।
चाचा छक्कन के किरदार ने दर्शकों को किया लोटपोट : एसआरएमएस रिद्धिमा में रविवार को थिएटर फेस्टिवल के अंतिम दिन पाइरेट्स ट्रूप की ओर से चाचा छक्कन इन एक्शन का मंचन किया गया। तीन दृश्यों में मंचित इस नाटक ने दर्शकों को खूब हंसाया।डा. एम सईद आलम द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक का आरंभ दरवाजे पर जोरदार दस्तक से हुआ। जिसे सुन कर सैयद अकील अशरफ उर्फ चाचा छक्कन जाग उठे। दरवाजे पर दस्तक देने वाला उनके पड़ोसी खां साहब का नौकर है। चाचा छक्कन उससे देर रात में आने की वजह पूछते हैं। दूसरे सीन में चाचा के आठ बेटों में से एक बेटा बीमार दिखता है।
बुखार की वजह से उसके पैरों की मालिश बेगम कर रही होती हैं। तीसरे सीन में चाचा के घर धुले हुए कपड़े लेकर महिला आती है लेकिन बेगम साहिबा आराम फरमाने की वजह से गंदे कपड़े लेने के लिए उसे बाद में आने को कहती हैं। घर से गंदे कपड़े ढूंढने में फिर से परिस्थितियां हास्य की बनती हैं। एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देवमूर्ति ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मुख्य रुप से सेना मेडल चीफ आफ स्टाफ हेड क्वार्टर यूबी एरिया मेजर जनरल राजीव छिब्बर, आशा मूर्ति, ऋचा मूर्ति, सुभाष मेहरा, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा. बृजेश्वर सिंह आदि मौजूद रहे।