MJP Rohilkhand University में परास्नातक के दाखिले शुरू, जानें प्रवेश के लिए कैसे करें आवेदन

MJP Rohilkhand University Admissions Begins रुविवि द्वारा परास्नातक में प्रवेश की गाइड लाइन जारी करने के बाद महाविद्यालयों ने भी प्रवेश के आवेदन लेने शुरु कर दिए हैं। बरेली कालेज के बाद वीरांगना अवंतीबाई लोधी महिला महाविद्यालय ने प्रवेश के लिए आवेदन मांगे हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 04:50 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 04:50 PM (IST)
MJP Rohilkhand University में परास्नातक के दाखिले शुरू, जानें प्रवेश के लिए कैसे करें आवेदन
इच्छुक छात्राएं महाविद्यालय की वेबसाइट www.ggpgcvral.org पर पंजीकरण करा सकतीं हैं।

बरेली, जेएनएन। MJP Rohilkhand University Admissions Begins : रुविवि द्वारा परास्नातक में प्रवेश की गाइड लाइन जारी करने के बाद महाविद्यालयों ने भी प्रवेश के आवेदन लेने शुरु कर दिए हैं। बरेली कालेज के बाद वीरांगना अवंतीबाई लोधी महिला महाविद्यालय ने प्रवेश के लिए आवेदन मांगे हैं। महाविद्यालय की प्राचार्या डा. मनीषा राव ने बताया कि स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष (ग्रह विज्ञान, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, संगीत) एवं एमएससी प्रथम वर्ष वनस्पति विज्ञान में प्रवेश की इच्छुक छात्राएं महाविद्यालय की वेबसाइट www.ggpgcvral.org पर पंजीकरण करा सकतीं हैं। पंजीकरण करवा कर फार्म की हार्ड कापी सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ 22 सितंबर से 30 सितंबर तक कार्यालय समय में जमा करें। महाविद्यालय प्रथम मेरिट लिस्ट पांच अक्टूबर को जारी कर प्रवेश शुरु करेगा। जबकि आठ अक्टूबर को दूसरी व 11 अक्टूबर को तीसरी मेरिट लिस्ट जारी होगी। उधर बरेली कालेज के प्रवेश समंवयक डा. वीपी सिंह ने बताया कि स्नातक द्वितीय वर्ष में प्रवेश के लिए आनलाइन फीस जमा करने के लिए पोर्टल खोल दिया गया है।

बरेली कालेज में सीटों की संख्या

एमकाम - 240

एमए - 1325

एमएससी - 347

अवंतीबाई में सीटों की संख्या

एमए - 60

एमएससी वनस्पति विज्ञान - 30

प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर का कुलपति बनाए जाने पर जताई खुशी : राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर (मध्य प्रदेश) का नया कुलपति नियुक्ति किया गया है। मौजूदा समय में वह तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर की कुलपति हैं। इससे पहले वे छत्रपति शाहूजी महराज विश्वविद्यालय (कानपुर विश्वविद्यालय) कानपुर की भी कुलपति रही हैं।एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की पहली प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता को कुलपति 2018 में सबसे पहले कानपुर विश्वविद्यालय का बनाया गया था। इसके बाद उन्हें भागलपुर विश्वविद्यालय में कुलपति बनाया गया।

बता दें कि प्रो. नीलिमा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एमएससी की गोल्ड मेडलिस्ट रहीं हैं। उन्होंने पीएचडी भी वहीं से की। 1985 में उनकी नियुक्ति एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के एनिमल साइंस विभाग में हुई थी। केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर का कुलपति बनने के बाद प्रो. नीलिमा गुप्ता को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के बाकी शिक्षक भी रिसर्च पर फोकस करें। शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दें। यही सीढ़ी है इस मुकाम तक पहुंचने की। बरेली कालेज शिक्षक संघ के डा. वीपी सिंह, डा. स्वदेश सिंह, डा. आलोक खरे ने बधाई दी। उनके अलावा बरेली कालेज के प्राचार्य डा. अनुराग मोहन, चीफ प्राक्टर डा. वंदना शर्मा आदि ने भी बधाई दी।

chat bot
आपका साथी