Rohilkhand University के बीएससी कृषि आनर्स का बदला रिजल्ट, फेल हुए अधिकतर छात्र अब पास

Rohilkhand University News एमजेपी रुविवि ने बीएससी कृषि आनर्स में फेल हुए अधिकांश छात्रों के भविष्य को देखते हुए नियमों में संशोधन किया है। इस संशोधन को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के निर्देशों का पालन करते हुए किया गया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 09:49 AM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 09:49 AM (IST)
Rohilkhand University के बीएससी कृषि आनर्स का बदला रिजल्ट, फेल हुए अधिकतर छात्र अब पास
कुलपति प्रो. केपी सिंह के अनुमोदन के बाद अपडेट रिजल्ट जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।

बरेली, जेएनएन। Rohilkhand University News : एमजेपी रुविवि ने बीएससी कृषि आनर्स में फेल हुए अधिकांश छात्रों के भविष्य को देखते हुए नियमों में संशोधन किया है। इस संशोधन को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के निर्देशों का पालन करते हुए किया गया है। किए गए संशोधन से अधिकांश छात्र पास हो गए हैं। शुक्रवार को विवि परिसर में फेल हुए छात्रों द्वार किए गए प्रदर्शन व हंगामे के बाद शनिवार को कुलपति की अध्यक्षता में बोर्ड आफ स्टडीज, कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य व शिक्षकों के साथ बैठक कर यह फैसला लिया गया। अब कुलपति प्रो. केपी सिंह के अनुमोदन के बाद अपडेट रिजल्ट जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।

कुलसचिव डा.राजीव कुमार ने बताया कि विवि में सत्र 2020-21 में बीएससी आनर्स में 2249 छात्र पंजीकृत थे। पहली बार नए नियम के लागू होने से अधिकांश छात्र फेल हो गए। शनिवार को सभी कृषि महाविद्यालयों व प्राचार्यों के शिक्षकों, संकायाध्यक्ष की मौजूदगी में विशेष समिति की बैठक हुई। दोनों बैठकों के बाद बोर्ड आफ स्टडी की बैठक हुई। उसके बाद कुलपति के अनुमोदन के बाद रिजल्ट जारी कर दिया गया। कुलसचिव के मुताबिक आंतरिक व बाह्य लिखित परीक्षा के अंक मिला दिए गए। इन दोनों में 70 अंक में 35 अंक पाने वाले छात्र पास हो गए। इसके अलावा प्रयोगात्मक में 50 फीसदी पास होना जरूरी रखा गया। नियम के तहत दो पेपर में बैक आने पर भी छात्र अगले सेमेस्टर की पढ़ाई कर सकता है। इस तरह से 1862 छात्रों का रिजल्ट बदल गया। इसमें 1051 छात्र सीधे पास हो गए हैं और 811 छात्रों की दो पेपर में बैक आयी है। हालांकि 387 छात्र फेल हो गए हैं। इनमें करीब 60 छात्र परीक्षा में अनुपस्थित रहे थे।

खराब रिजल्ट देने वाले महाविद्यालयों को नोटिस देने के साथ होगी जांचः रुविवि के कुलसचिव डा. राजीव कुमार ने रुहेलखंड विवि के कुलपति का कहना है कि कि आइसीएआर की पांचवी डीन कमेटी के निर्देशों के लागू होने से पहले एग्रीकल्चर डिग्री को कृषि विश्वविद्यालय नहीं मानते थे। ऐसे में कृषि विभाग, आइसीएआर की संस्थानों में विवि से डिग्री पाने वाले छात्रों को नौकरी नहीं मिलती थी। इसके बाद ही पासिंग परसेंट भी 36 से बढ़कर 50 हो गया। विवि प्रशासन का कहना है कि खराब रिजल्ट देने वाले कालेजों के प्राचार्य को नोटिस जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही दूसरे जिलों के कृषि विश्वविद्यालयों की टीमों से निरीक्षण व जांच करा वहां की शैक्षणिक स्थिति का आंकलन कराया जाएगा। इसके अलावा आइसीएआर के निर्देशों का अनुपालन न करने वालों की मान्यता समाप्त की जाएगी।

chat bot
आपका साथी