बरेली में रूविवि ने महाविद्यालयों से अखिल भारतीय सर्वेक्षण के लिए मांगा डीसीएफ, 22 फरवरी तक करना हाेगा अपलोड

All India Survey अखिल भारतीय सर्वेक्षण एक दिसंबर से शुरू हो गया है। जिसमें सभी महाविद्यालयों को भाग लेना है। रुविवि के कुलसचिव डा. राजीव कुमार ने विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों व प्रबंधकों से सर्वेक्षण में शामिल होकर डेटा अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 01:58 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 01:58 PM (IST)
बरेली में रूविवि ने महाविद्यालयों से अखिल भारतीय सर्वेक्षण के लिए मांगा डीसीएफ, 22 फरवरी तक करना हाेगा अपलोड
बरेली में रूविवि ने महाविद्यालयों से अखिल भारतीय सर्वेक्षण के लिए मांगा डीसीएफ, 22 फरवरी तक करना हाेगा अपलोड

बरेली, जेएनएन। All India Survey : अखिल भारतीय सर्वेक्षण एक दिसंबर से शुरू हो गया है। जिसमें सभी महाविद्यालयों को भाग लेना है। रुविवि के कुलसचिव डा. राजीव कुमार ने विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों व प्रबंधकों से सर्वेक्षण में शामिल होकर डेटा अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। 22 फरवरी 2022 तक सभी महाविद्यालयों को आनलाइन डीसीएफ (डाटा कैप्चर फार्मेट) अपलोड करना होगा। कुलसचिव ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय एक दिसंबर से 2021-22 के अखिल भारतीय सर्वेक्षण की शुरुआत की गई है। इसके तहत महाविद्यालय का डीसीएफ संबंधित वेबसाइट पर जल्द से जल्द अपलोड करें। वेबसाइट पर सर्वेक्षण का प्रारूप व अन्य जानकारी उपलब्ध हैं।

अन्य सर्वेक्षण संबंधी जानकारी व किसी भी तकनीकी सहायता के लिए नोडल अधिकारी एआइएसएचई की ईमेल आइडी से संपर्क कर सकते हैं। जिन महाविद्यालयों ने वेबसाइट पर पंजीकरण करा रखा है। वह पुराने लागइन व पासवर्ड का उपयोग कर डेटा अपलोड कर सकते हैं। जिन महाविद्यालयों ने अभी तक पंजीकरण नहीं किया है, वहां के प्राचार्य जल्द से जल्द नोडल अधिकारी नियुक्त कर विश्वविद्यालय में संपर्क करें।

यह कार्रवाई 31 दिसंबर तक पूरी होनी है। बता दें कि इस सर्वेक्षण में महाविद्यालयों को अपने यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम, शिक्षकों व कर्मचारियों की संख्या व अन्य कार्यों की जानकारी देनी होती है। इसके अलावा वित्तीय जानकारी देनी होती है। इसी रिपोर्ट के आधार पर प्रमाणपत्र दिया जाता है। इससे ही छात्रों की छात्रवृत्ति मिलती है। नैक मूल्यांकन में भी तीन साल का प्रमाण पत्र दिखाना होता है। बीते वर्ष विश्वविद्यालय से संबद्ध 80 फीसद महाविद्यालयों ने इसमें हिस्सा लिया था।

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