Rohilkhand Depot : पांच साल से रेंग रही गायब ईटीएम मशीनों की जांच

बरेली में नवंबर 2013 से दिसंबर 2015 तक रुहेलखंड डिपो में 22 ईटीएम से कई करोड़ रुपये का कथित घोटाले के मामले में क्षेत्रीय प्रबंधक एसके बनर्जी ने सेवा प्रबंधक को निष्पक्ष जांच दे रखी है। पांच साल पहले रुहेलखंड डिपो में 22 ईटीएम (इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीन) गायब हुई थी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 11:30 PM (IST)
Rohilkhand Depot : पांच साल से रेंग रही गायब ईटीएम मशीनों की जांच
गायब ईटीएम वाली खबर में प्रतीकात्मक फोटो

बरेली, जेएनएन। बरेली में नवंबर 2013 से दिसंबर 2015 तक रुहेलखंड डिपो में 22 ईटीएम से कई करोड़ रुपये का कथित घोटाले के मामले में क्षेत्रीय प्रबंधक एसके बनर्जी ने सेवा प्रबंधक को निष्पक्ष जांच दे रखी है। पांच साल पहले रुहेलखंड डिपो में 22 ईटीएम (इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीन) गायब हुई थी। इस मामले की जांच अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। वहीं पूरे मामले में दोषी लोग अभी भी मलाईदार पदों में कार्यरत है। जबकि तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक ने सभी के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज करा कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

आरोप है कि वर्तमान क्षेत्रीय प्रबंघक जिन पर मेरठ में हुए घोटालों की जांच पहले से ही चल रही थी ऐसे में उन्होंने आरोपितों से रुपये लेकर अपने कार्यकाल तक जांच पूरी न किए जाने के आदेश दिए हैं। नोडल अधिकारी बरेली क्षेत्र जेएन सिन्हा ने इस मामले में जांच करा निष्पक्ष कार्रवाई के आदेश दिए हैं। परिवहन मंत्री से किसी की गई शिकायत में बताया गया है कि जिस समय यह मशीनें गायब हुई हैं उस समय ईटीएम काउंटर पर शाने हैदर, बुकिंग लिपिक राजेश कुमार, कार्यालय सहायक द्वितीय गगन सुप्रीत, कार्यालय सहायक शमशाद अली तैनात थे, जिनके द्वारा 22 ईटीएम गायब कर करोड़ों रुपये का निगम को चूना लगाया गया है।

वर्तमान में कुछ कबाड़ मशीन को जमाकर गिनती को पूर्ण करने का प्रयास चल रहा है। उक्त मशीन अंतिम बार डाउनलोड की गई एवं कब धन जमा किया गया जिसका कोई भी विवरण उपलब्ध नहीं है। शिकायत में बताया गया है कि आरोपित शाने हैदर बरेली डिपो में प्रभारी संचालन एवं शमशाद अली रुहेलखंड डिपो में समय पाल का कार्य देख रहे हैं। जिनके संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक एसके शर्मा के द्वारा आदेश किए गए थे कि उक्त दोनों कर्मियों को परिचालक के संबंधित पटल पर कार्य संपादित न कराया जाए।

मामले की जांच सेवा प्रबंधक कर रहे हैं। जिन्हें जल्द मामले की निष्पक्ष जांच करने को कहा है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - एसके बनर्जी, क्षेत्रीय प्रबंधक

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