बरेली के गांधीपुरम में सर्राफ के घर डकैती, पत्नी और बच्चों को बंधक बनाकर ज्वेलरी और नकदी लेकर भागे बदमाश
रात्रि कर्फ्यू लगने से कुछ देर पहले ही आधा दर्जन बदमाशों ने प्रेमनगर की गांधीपुरम फेस टू कॉलोनी में एक सर्राफ के घर पर धावा बोल दिया। सर्राफ की पत्नी और बच्चों को बंधक बनाकर बदमाशों ने डकैती डाली और जेवर नकदी समेत लाखों के सामान लूटकर भाग निकले।
बरेली, जेएनएन। रात्रि कर्फ्यू लगने से कुछ देर पहले ही आधा दर्जन बदमाशों ने प्रेमनगर की गांधीपुरम फेस टू कॉलोनी में एक सर्राफ के घर पर धावा बोल दिया। घर में मौजूद सर्राफ की पत्नी और बच्चों को बंधक बनाकर बदमाशों ने डकैती डाली और जेवर, नकदी समेत लाखों के सामान लूटकर भाग निकले। इसी दौरान सर्राफ की बेटी घर पहुंची तो अंदर के हालात और अनजान युवक देख उसे शक हुआ तो उसने शोर मचाया। कालोनी के लोग इकट्ठा हुए तो बदमाश सामान बटोरकर भाग निकले। सूचना पर प्रेमनगर पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिटी और सीओ भी मौके पर पहुंचे और पीड़ितों से घटना की जानकारी ली। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज में कैद पांच बदमाशों की तलाश की जा रही है। देर रात पीड़ितों ने तीन बदमाशों के खिलाफ लूट की तहरीर दी। जबकि तीन बदमाश घर के बाहर खड़े थे।
प्रेमनगर क्षेत्र में बड़ा बाग हनुमान मंदिर के पास गांधीपुरम फेस टू कॉलोनी निवासी मनोज गुप्ता की शेरगढ़ कस्बे में सर्राफ का दुकान है। वह अपने बेटे आशू के साथ दुकान संभालते हैैं। मनोज की पत्नी आदेश ने बताया कि शाम करीब सात बजे वह शेरगढ़ में अपनी सर्राफ की दुकान पर मौजूद बेटे आशू से बंद पड़े वाईफाई को ठीक कराने के बात कर रही थी। कंपनी द्वारा इस वक्त सर्विस देने से इंकार कर दिया। यह बताने के लिए आशू का फोन आया ही था कि डोर बेल बज गई। आदेश गेट पर पहुंची तो बदमाशों ने वाईफाई ठीक करने आने की बात कही। उन्हें भी यकीन हो गया और उन्होंने तीन लोगों को अंदर आने दिया।
पानी मांगा, फिर गन प्वाइंट पर लिया
पीड़िता आदेश ने बताया कि गेट खोलने के बाद तीन बदमाश घर में आए थे। एक तो अंदर आते ही वाईफाई देखने में लग गया, वहीं दूसरे ने उनसे पानी मांगा। जैसे ही वह पानी लेने किचिन में घुसी, तभी पीछे से बदमाश ने आकर उन्हें गन प्वाइंट पर ले लिया और बुरी तरह पीटने भी लगा। उनका मोबाइल भी छीन लिया। इसके बाद अन्य बदमाश भी अंदर घुस आए और सामान ढूंढने लगे। उन्होंने घर मे मौजूद बेटी सिमरन और बेटे सूर्यांश को भी डरा धमकाकर उनसे मारपीट की। जिसके बाद बदमाश उनके एक जोड़ी सोने के कुंडल, एक जोड़ी सोने की चूडिय़ां, करीब तीस हजार की नकदी व अन्य कीमती सामान लूटकर ले गए। पीडि़त के मुताबिक उनका करीब दो लाख का नुकसान हुआ।
फोन नहीं उठा तो हुआ शक
आशू से वाईफाई को लेकर बात होने के बाद जब दोबारा आशू ने फोन करके मां को यह सूचना दी कि आज वह ठीक नहीं हो सकेगा। इस बीच बदमाश घर पर दस्तक दे चुके थे। जैसे ही आदेश ने आशू से मैकेनिक आने की बात कही तो वह पहले तो हैरान हो गए। फिर दोबारा सर्विस सेंटर पर मैकेनिक के आने की बात को कनफर्म करने के लिए फोन किया। इसके बाद जब दोबारा मां को फोन किया तो वह उठा नहीं। आशू ने बताया कि इस पर उन्हें शक हुआ और वह तुरंत पिता के साथ शहर के लिए रवाना हो गए।
रविवार दोपहर की थी रेकी, तीन बदमाश पहचाने
पीड़िता आदेश गुप्ता ने बताया कि रविवार दोपहर दो युवक उनके घर आए थे और एक वहीं किनारे खड़े हो गया था। दरवाजे पर खड़े दो युवकों में एक ने अपना नाम अनिल तोमर बताते हुए उनके बेटे आशू गुप्ता का नाम लिया था। साथ ही पति मनोज के बारे में भी पूछा था और मिलने की बात की थी। आदेश ने बताया कि दोनों युवक अंजान होने के चलते उन्हें शक हुआ और उन्होंने गेट खोलने से इंकार कर दिया। इसके बाद दोनों युवक चले गए थे। सोमवार शाम जब घटना होने के बाद पड़ोस के मकानों के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हुई भागते हुए बदमाशों की फुटेज आदेश को दिखाई गई तो उन्होंने रविवार को घर आए तीन बदमाशों को पहचान लिया।
बेटी ने मचाया शोर तो भागे बदमाश
घटना के दौरान ही जब बेटी आशी घर पहुंची तो भाई सूर्यांश घर में किसी के ना होने की बात कहते हुए उससे गेट खोलने को मना करने लगा था। उसे डरा हुआ देख आशी को शक हुआ और उसने जब गेट नीचे से हाथ डालकर खोलने की कोशिश की तो उसने एक बदमाश सूर्यांश के पीछे खड़ा देख लिया। इसके बाद वह वापस लौटकर कॉलोनी में ही शोर मचाने लगी। जिसके बाद बदमाश भागे।
पड़ोसी दारोगा को बताई लेनदेन की बात
आदेश गुप्ता के मकान के सामने रिटायर्ड दारोगा छत्रपाल अपने परिवार के साथ रहते हैैं। उन्होंने बताया कि आशी को चीखते देख वह बाहर निकले, लेकिन तब तक कुछ बदमाश भाग निकले थे। लेकिन तीन बदमाश घर के अंदर ही थे। छत्रपाल ने बताया कि उन्होंने जैसे ही बदमाशों को पकडऩे की कोशिश की तो वह उन पर हावी होने लगे।
पीड़ित परिवार ने रिपोर्ट दर्ज कराने से किया इन्कार
पुलिस के मुताबिक मामले की तह तक जब छानबीन करने के बाद पीड़ित परिवार से पूछताछ की गई तो सामने आया कि जो अंगूठी लूटी जाने की बात की जा रही है। वह पीडि़ता के हाथ में ही निकली। साथ ही पड़ोसियों ने बताया कि वह सोने की चूडिय़ां पहनती ही नहीं। वहीं प्रेमनगर इंस्पेक्टर अवनीश यादव ने बताया कि देर रात पीड़ित मनोज के पिता राजाराम का शेरगढ़ से फोन आया और बोले की उन्हें मामले में कोई कार्रवाई नहीं करनी है। अब पुलिस अपनी तरफ से रिपोर्ट दर्ज कर कार्रïवाई करेगी। वही घटना के बाद पांच बदमाश भागते हुए सीसीटीवी में कैद हो गए है।