बरेली में अंग्रेजी शासनकाल के पुराने खड़ंजें में नहीं अब चकाचक सड़क पर दौडे़गें वाहन

कैंट क्षेत्र से चनहेटी गांव जाने वाले अंग्रेजी शासनकाल के करीब 80 वर्ष पुराने खड़ंजे से जल्द लोगों को निजात मिलेगी। पीडब्ल्यूडी यहां पक्की सड़क का निर्माण करेगा।

By Edited By: Publish:Mon, 29 Jun 2020 01:47 AM (IST) Updated:Mon, 29 Jun 2020 01:32 PM (IST)
बरेली में अंग्रेजी शासनकाल के पुराने खड़ंजें में नहीं अब चकाचक सड़क पर दौडे़गें वाहन
बरेली में अंग्रेजी शासनकाल के पुराने खड़ंजें में नहीं अब चकाचक सड़क पर दौडे़गें वाहन

बरेली, जेएनएन। कैंट क्षेत्र से चनहेटी गांव जाने वाले अंग्रेजी शासनकाल के करीब 80 वर्ष पुराने खड़ंजे से जल्द लोगों को निजात मिलेगी। पीडब्ल्यूडी यहां पक्की सड़क का निर्माण करेगा, जिसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अनुबंध होने के बाद हफ्ते भर बाद सड़क निर्माण शुरू हो जाएगा। इससे स्कूली बच्चों समेत तमाम लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। चनहेटी गांव से कैंट जंक्शन होते हुए आरएन टैगोर इंटर कॉलेज तक जाने वाला मार्ग अंग्रेजी शासनकाल के समय का है। करीब 80 वर्षों से यहां खड़ंजा ही पड़ा हुआ है।

बीते दिनों जब लालफाटक क्रासिंग पर सेतु निर्माण के चलते लोगों को निकलने में दिक्कत हुई तो इस मार्ग को बाईपास की तरह इस्तेमाल किया गया। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने इस मार्ग के निर्माण का प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी को दिया। वहां सड़क बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने कैंटोनमेंट बोर्ड से अनुमति ली। बीते दिन प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था। शासन ने सड़क निर्माण के लिए स्वीकृति दे दी है।

सड़क निर्माण से मिलेगी सहूलियत यह मार्ग बनने से चनहेटी गांव सीधे आरएन टैगोर स्कूल से जुड़ जाएगा। इससे वहां के छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने में सुविधा होगी। लालफाटक की ओर से आने वाले लोग भी इसे बाईपास की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे। इससे आसपास के कई गांवों के लोगों को सहूलियत मिलेगी। प्रोजेक्ट :

एक नजर

सड़क की लंबाई - 1.2 किलोमीटर

निर्माण की लागत - 1.63 करोड़

टेंडर प्रक्रिया : कार्यदायी संस्था चयनित

काम शुरू : अनुबंध बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह से

चनहेटी गांव से कैंट के आरएन टैगोर स्कूल तक पक्की सड़क के निर्माण को टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कार्यदायी संस्था से अनुबंध बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह में काम शुरू करवा दिया जाएगा। इस मार्ग से लोगों को बहुत सुविधा होगी। - देवेश कुमार तिवारी, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी

chat bot
आपका साथी