Road Accident : पढिए ... पुलिस अब सड़क हादसों के पीडितों को बुलाकर दर्ज करेगी केस Badaun News

एक साल तक सड़क हादसों के पीड़ितों को बुलाकर पुलिस रिपोर्ट दर्ज करेगी। हादसों की रोकथाम के भी प्रयास किए जाएंगे।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 05:28 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 05:28 PM (IST)
Road Accident : पढिए ... पुलिस अब सड़क हादसों के पीडितों को बुलाकर दर्ज करेगी केस Badaun News
Road Accident : पढिए ... पुलिस अब सड़क हादसों के पीडितों को बुलाकर दर्ज करेगी केस Badaun News

जेएनएन, बदायूं : एक साल तक सड़क हादसों के पीड़ितों को बुलाकर पुलिस रिपोर्ट दर्ज करेगी। हादसों की रोकथाम के भी प्रयास किए जाएंगे। शासन ने पिछले तीन साल सड़क हादसों सहित इनमें हुई मौत व घायलों की रिपोर्ट तलब की है। जिसे ट्रैफिक पुलिस ने भेजा है।

Police दर्ज नहीं करती Case 

अधिकांश सड़क हादसों में पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं करती। कुछ में परिजन पोस्टमार्टम की कार्रवाई से इंकार करते हैं। जिससे किसान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में हादसों में बेकसूरों की जान जाने और घायल होने का सिलसिला स्थाई तौर पर खत्म हो, इसलिए हादसों की सही वजह पता लगाने की कवायद की जा रही है।

Helmet & Seat Belt है मुख्य कारण 

अभी तक हुए सड़क हादसों में लोगों की मौत की मुख्य वजह हेलमेट न लगाना व बाइक पर ट्रिपलिंग प्रकाश में आई है। कार सवार बगैर सीट बेल्ट के ड्राइ¨वग कर रहे थे। नतीजतन हादसे के वक्त एअरबैग नहीं खुले और वो काल का ग्रास बन गए।

अभियान में 28 के चालान, नौ वाहन सीज

ट्रैफिक पुलिस ने प्रभारी टीएसआइ राममिलन सिंह के नेतृत्व में शनिवार को यातायात माह के तहत अभियान चलाकर 22 बाइक सवारों का चालान किया। क्योंकि वह हेलमेट नहीं लगाए थे। जबकि बिना सीट बेल्ट वाले छह कार चालकों का भी चालान कर जुर्माना डाला गया। इसके अलावा नौ ऐसे वाहन सीज किए गए, जिनके सवारों के पास उनसे जुड़ा कोई भी दस्तावेज नहीं था।

तीन साल के सडक हादसों पर एक नजर 

साल  हादसे  मृत्यु  घायल

2017   493   265   341

2018   442   239   364

2019   463   282   378

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