परदेसियों ने निभाई लोकतंत्र की जिम्मेदारी, मतदान करने आए अपने वतन

जागरण संवाददाता बरेली परदेसी वोटर यानी वे लोग जो शहर छोड़कर दूसरी जगह रहते हैं। क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 10:01 AM (IST) Updated:Thu, 25 Apr 2019 06:27 AM (IST)
परदेसियों ने निभाई लोकतंत्र की जिम्मेदारी, मतदान करने आए अपने वतन
परदेसियों ने निभाई लोकतंत्र की जिम्मेदारी, मतदान करने आए अपने वतन

जागरण संवाददाता, बरेली : परदेसी वोटर, यानी वे लोग जो शहर छोड़कर दूसरी जगह रहते हैं। कोई पढ़ाई करने के लिए घर से दूर रह रहा है तो किसी ने काम धंधे के लिए विदेश में ठिकाना बना लिया है। मगर इन्होंने लोकतंत्र की जिम्मेदारी को समझा और लोकतंत्र के महापर्व में आहूति देना नहीं भूले। मतदान करने के लिए अपने वतन आए। देश की उन्नति में उन्होंने मतदान करके सहयोग किया। इनमें कुछ ऐसे लोग भी शामिल रहे जिन्होंने पहली बार इस चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। सशक्त सरकार बनाने में जिम्मेदारी निभाई

हरिद्वार देव संस्कृति विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के तृतीय वर्ष के छात्र शुभम जोशी कुर्माचल नगर में रहते हैं। मतदान से तीन दिन पहले बरेली आ गए। उन्होंने बताया, इस चुनाव में भी सरकार बनाने में मेरे वोट का योगदान था इसलिए उत्साह से लबरेज था। सशक्त सरकार के निर्माण में अपनी जिम्मेदारी निभाई। समाज में परिवर्तन लाना है तो मतदान जरूरी

स्पेन में कम्यूनिकेशन में शोध कर रहे वैभव गर्ग आशीष रॉयल पार्क कालोनी निवासी है। लोकसभा चुनाव में वोट डालने के लिए 20 अप्रैल को बरेली पहुंचे। उन्होंने बताया, अगर समाज में परिवर्तन लाना है तो स्वयं से शुरुआत करनी होगी। बेहतर देश का निर्माण करने के लिए बढ़ाया कदम

दिल्ली से एनआइएफटी कर रही गोपिका अग्रवाल भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए घर आ गई। उन्होंने बताया, बेहतर देश का निर्माण करने के लिए कदम बढ़ाना चाहिए। यदि सभी लोग ऐसा करे तो हम बेहतर सरकार बना सकते हैं। लोकतंत्र के महापर्व में योगदान पर गर्व

कांधरपुर निवासी राशि अग्रवाल सिक्किम मनीपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस, गेंटॉक से एमबीबीएस अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। पहली बार मतदान करने के लिए आई। उन्होंने बताया, लोकतंत्र के महापर्व में योगदान देकर अपने आप पर गर्व हो रहा है। मतदान करके अपना फर्ज निभाया

शाहबाद निवासी जहान रिजवी दुबई में कारोबार करते हैं। लोकतंत्र के महापर्व की घोषणा पर अपने वतन आना नहीं भूले। पोलिंग बूथ पहुंचकर मतदान किया। उन्होंने बताया, देश की तरक्की में मेरे वोट का भी योगदान है। इसलिए अपना फर्ज निभाने आया हूं।

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