बरेली में STF के अधिकारी कोरोना संक्रमित से बात करके जानेंगेे उन्हें कौन-कौन सी दवाएं दी गईं, जानिये इसकी वजह

कोरोना संक्रमितों के इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी की आशंका बरेली में भी जताई गई है। बीते दिनों कानपुर में मिलिट्री इंटेलीजेंस के इनपुट पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इंजेक्शन की 265 वायल बरामद कीं जिसके बाद स्थानीय इकाई भी सक्रिय हो गई।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 10:05 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 10:29 AM (IST)
बरेली में STF के अधिकारी कोरोना संक्रमित से बात करके जानेंगेे उन्हें कौन-कौन सी दवाएं दी गईं, जानिये इसकी वजह
कानपुर में मिलिट्री इंटेलीजेंस के इनपुट के बाद एसटीएफ कर चुकी है बरामदगी।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमितों के इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी की आशंका बरेली में भी जताई गई है। बीते दिनों कानपुर में मिलिट्री इंटेलीजेंस के इनपुट पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इंजेक्शन की 265 वायल बरामद कीं, जिसके बाद स्थानीय इकाई भी सक्रिय हो गई। एसटीएफ को आशंका है कि कोविड अस्पतालों में मरीजों को इंजेक्शन लगाने के बजाय बाहर बेचा जा रहा। इसका सिरा तलाशने के लिए टीमें जुट गई हैं।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढ़ गई। इसी के चलते प्रदेश सरकार ने फैसला लिया कि यह इंजेक्शन सिर्फ कोविड अस्पतालों को मुहैया कराया जाएगा, ताकि वहां भर्ती होने वालों का सही इलाज हो सके। मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण इस इंजेक्शन की कमी पड़ गई। कोविड अस्पतालों को जरूरत भर के इंजेक्शन ही दिए जा रहे हैं।

इस बीच खुफिया एंजेंसियों ने आशंका जताई कि कोविड अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए आ रहे इन इंजेक्शनों की कालाबाजारी की जा रही है। एसटीएफ की निगाह बरेली मंडल के जनपदों पीलीभीत, बदायूं व शाहजहांपुर के साथ मुरादाबाद मंडल के पांचों जनपद मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, सम्भल एवं बिजनौर पर भी है। यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन कोविड अस्पतालों में कब-कब आए, उपचार के लिए कितने मरीजों के लगाए गए। यह सभी जानकारी जुटाई जा रही है।

ब्योरेे के आधार पर एसटीएफ सीधे मरीजों से भी संपर्क साधने की तैयारी में है, अन्य इनपुट भी जुटाए जा रहे हैं। आशंका यह भी है कि कोविड अस्पतालों में जिन मरीजों के इंजेक्शन आए, उनकी हालत में सुधार देख नहीं लगाया गया। इस तरह इंजेक्शन बचाकर कालाबाजारी करने वालों तक पहुंचाए गए। एसटीएफ प्रभारी अजय पाल सिंह ने बताया कि कानपुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। लिहाजा जोन के जनपदों में भी एसटीएफ की टीम सक्रिय है। इंजेक्शन की आपूर्ति व खपत के संबंध में जानकरी जुटाई जा रही है।

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