रामनगर प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र ने घायलों की जांच किए बिना ही कर दिया बरेली जिला अस्‍पताल रेफर

स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही मरीजों के लिए परेशानी का सबब बनती है। अब महकमे के अफसर भी इसको लेकर आमने सामने आ गए हैं। सोमवार को सामने आया मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला अस्पताल के सीएमएस से जुड़ा है। इसकी वजह बना है रामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Mon, 23 Nov 2020 03:13 PM (IST) Updated:Mon, 23 Nov 2020 08:30 PM (IST)
रामनगर प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र ने घायलों की जांच किए बिना ही कर दिया बरेली जिला अस्‍पताल रेफर
इसकी वजह बना है रामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र।

बरेली, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही मरीजों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। हालात यह है कि प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र सिर्फ रेफर सेंटर रह गए हैं। सोमवार को एक ऐसा ही मामला रामनगर प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र पर आया। यहां पर दो दुर्घटना में घायल हुए दो लोगों को लाया गया। यहां के स्‍टाफ ने दोनों के महज पर्चे बनवाकर उनको बरेली जिला अस्‍पताल रेफर कर दिया। साथ ही पर्चे पर लिख दिया इंजरी नॉट फाउंड, जबकि मरीज बोल रहे थे और अपनी चोट के बारे में पूरी जानकारी देने की स्थिति में भी थे। इसको लेकर अब महकमे के अफसर भी आमने सामने आ गए हैं। मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला अस्पताल के सीएमएस से जुड़ा है।  

दरअसल, सोमवार सुबह हुई दुर्घटना के बाद रामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो घायल लोग पहुंचे। दोनों के महज पर्चे बनाकर जिला अस्पताल बरेली रेफर कर दिया गया। दोपहर करीब एक बजे घायल अस्पताल पहुंचे। मरीज होश में थे और चोट के बारे में सभी जानकारी दे रहे थे। इस पर जिला अस्पताल, इमरजेंसी वार्ड का स्टाफ भड़क गया जबकि जो पर्चे भरकर घायल भेजे गए थे, उसमें 'इंजरी नॉट फाउंड' लिखा था। इमरजेंसी स्टाफ के मुताबिक रामनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बिना चोट की जानकारी लिए ही मरीज रेफर कर दिए। स्टाफ ने इसकी शिकायत जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. हर्षवर्धन से की। सीएमएस ने भी इसे रामनगर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की लापरवाही माना। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीत कुमार शुक्ला को पत्र लिखकर रामनगर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की लापरवाही के बाबत शिकायत की है।

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