रोहिणी नक्षत्र में करवाचौथ पर तीन ग्रहो के योग से बन रहा दुर्लभ संयोग, जानिए कब निकलेगा चांद, कैसे पूरी होगी मनोकामना

Karwachauth Vrat 2021 कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को है। खास बात ये है कि पांच साल बाद फिर करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है। करवा चौथ पर इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ ही त्रिग्रहीय योग में मनेगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 09:40 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 06:09 PM (IST)
रोहिणी नक्षत्र में करवाचौथ पर तीन ग्रहो के योग से बन रहा दुर्लभ संयोग, जानिए कब निकलेगा चांद, कैसे पूरी होगी मनोकामना
रोहिणी नक्षत्र में करवाचौथ पर तीन ग्रहो के योग से बन रहा दुर्लभ संयोग

बरेली, जेएनएन। Karwachauth Vrat 2021 : कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को है। खास बात ये है कि पांच साल बाद फिर करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है। करवा चौथ पर इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ ही त्रिग्रहीय योग में मनेगा। करवाचौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति को चलनी से देखने के बाद सौभाग्यवती महिलाएं व्रत का पारण करेंगी। व्रती महिलाओं का सौभाग्य, पुत्र, पौत्र के साथ निश्चल लक्ष्मी (अधिक समय साथ रहने वाली) की प्राप्ति होती है। इस बार करवा चौथ पर त्रिग्रहीय योग का दुर्लभ संयोग होने से व्रती महिलाओं की समस्त कामनाएं पूर्ण होंगी।

करवा चौथ पर चंद्रोदय और तिथि मुहूर्त 

- चतुर्थी तिथि इस दिन प्रात 3:01 से ही लग जाएगी, जो कि संपूर्ण दिन और रात्रि व्याप्त रहेगी। बरेली में चंद्रमा उदय रात्रि 7:58 पर होगा।

निरोगता, लंबी आयु सौभाग्य की होगी प्राप्ति 

आचार्य मुकेश मिश्रा बताते हैं कि रविवार को रोहिणी नक्षत्र है। रोहिणी में चंद्रमा उच्चता को प्राप्त करता है। वहीं, तुला राशि में सूर्य, मंगल व शुक्र ग्रह का संचरण होगा। इससे व्रती महिलाओं के ऋण, रोग व बाधाएं खत्म होंगी। निरोगता, लंबी आयु सौभाग्य की प्राप्ति होगी।

इन मंत्रों का करें उच्चारण 

पूजन स्थल पर स्थापित देवी-देवताओं का अलग-अलग मंत्रों से पूजन होना चाहिए। इसमें ''''ऊं शिवाय नम:'''' से पार्वती का, ''''ऊं नम: शिवाय'''' से शिव का, ''''ऊं षण्मुखाय नम:'''' से स्वामी कार्तिकेय का, ''''ऊं गणेशाय नम:'''' से गणेश का तथा ''''ऊं सोमाय नम:'''' का जाप करते हुए चंद्रमा का पूजन करें।

निरोगी काया देता है चंद्रमा

करवाचौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा धार्मिक एवं वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। चंद्रमा मन का कारक एवं औषधियों को संरक्षित करता है। कार्तिक मास में औषधियों के गुण विकसित अवस्था में होते है। यह गुण उन्हें चंद्रमा से ही प्राप्त होता है। ये व्यक्ति के स्वास्थ्य और निरोगी काया को बनाता है। करवाचौथ के व्रत में चंद्रमा को अर्घ्य देने का विधान इसी कारण है। इससे मानव को आयु, सौभाग्य और निरोगी काया की प्राप्ति होती है।

माता पार्वती ने रखा था करवाचौथ

हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ का व्रत रखने की शुरुआत माता पार्वती के समय से है। उन्होंने भगवान शिव के लिए इस व्रत को रखा था। इसके बाद महाभारत के दौरान जब अर्जुन तपस्या करने के लिए इंद्रनील पर्वत पर गए हुए थे, तो उनकी पत्नी द्रोपदी को चिता हुई। कृष्ण के कहने पर द्रोपदी ने भी इस व्रत को रखा था।

सजना है मुझे सजना के लिए..

मेहंदी लगवाने पहुंची सुहागिनों ने कहा कि पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को दर्शाता करवा चौथ का त्योहार महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। उन्होंने बताया कि इस त्योहार को लेकर उन्होंने चूड़ियां, मेकअप का सामान व त्योहार को सेलीब्रेट करने के लिए क्लब में एडवांस बुकिंग करवाई है।

नामी ब्यूटीपार्लर में दीपावली तक की बुकिंग 

शहर के ज्यादातर ब्यूटी पार्लर हाउसफुल हो गए हैं। वहीं नामी ब्यूटीपार्लर में दीपावली तक की बुकिंग हो चुकी है। एक-एक ब्यूटीशियन की बुकिंग दो से तीन जगह हो चुकी है। ऐसे में उन महिलाओं को खासी परेशानी हो रही है, जिन्होंने पहले से बुकिंग नहीं कराई है। मोलभाव कर एक-एक पैसा गिनकर खर्च करने वाली महिलाएं इन दिनों दिल खोलकर खर्च कर रही हैं। करवाचौथ को लेकर उनमें खासा क्रेज है, जिनकी यह पहली करवा चौथ है।

फेशियल, मेकअप सहित पैकेज की डिमांड ज्यादा 

ब्यूटीशियन के अनुसार स्पेशल ब्राइडल मेकअप, फेशियल एंड ट्रीटमेंट फेशियल, हेयर ट्रीटमेंट, आइब्रो शेपिंग, वैक्सिंग, मेनिक्योर-पेडिक्योर, हेयर स्टाइल एंड कटिंग, हेयर कलरिंग, हेयर स्टैचिंग, हेयर प्रीमिंग सहित बजट के मुताबिक कम बजट वाले फेशियल की डिमांड इन दिनों ज्यादा है। बजट के अनुरूप फेशियल, मेकअप के आकर्षक पैकेज में पार्लर मार्केट में उपलब्ध है।

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