ठंड से बचाव के लिए बनाए गए रैनबसेरों में नहीं हो रहा है शारीरिक दूरी का पालन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैन बसेरों में व्यवस्थाएं मुकम्मल करने के साथ ही कोविड नियंत्रण के इंतजाम करने को भी कहा है। शहर में अब तक रैन बसेरे तैयार नहीं हो पाए हैं। कुछ जगह व्यवस्थाएं की गई हैं लेकिन वहां भी कोरोना नियंत्रण के कोई उपाय नहीं हैं

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 07:40 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 11:23 AM (IST)
ठंड से बचाव के लिए बनाए गए रैनबसेरों में नहीं हो रहा है शारीरिक दूरी का पालन
कोरोना नियंत्रण के कोई उपाय नहीं हैं। कही भी मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है।

बरेली,जेेएनएन। सर्द हवाओं के जोर पकड़ते ही लोगों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरों की जरूरत आन पड़ी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैन बसेरों में व्यवस्थाएं मुकम्मल करने के साथ ही कोविड नियंत्रण के इंतजाम करने को भी कहा है। शहर में अब तक रैन बसेरे तैयार नहीं हो पाए हैं। कुछ जगह व्यवस्थाएं की गई हैं, लेकिन वहां भी कोरोना नियंत्रण के कोई उपाय नहीं हैं। कही भी मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं है। शारीरिक दूरी का तो कही भी इंतजाम नहीं किया गया है।


हजियापुर में चल रहा निर्माण
नगर निगम ने हजियापुर में दो स्थाई रैन बसेरे बनाए हैं। दोनों की क्षमता करीब 80 लोगों की है। अभी तक वहां फर्श का निर्माण चल रहा है। चार तखत काफी नजदीक लगाए गए हैं। बाकी रजाई-गद्दे समेटकर रखे हुए हैं। वहां देखभाल करने वाले वसीम ने बताया कि मास्क, सैनिटाइजर नहीं दिया गया है। लाइटें नहीं लगी हैं।

पटेल चौक का शेल्टर होम जर्जर
नगर निगम के सबसे पास पटेल चौक स्थित स्थाई शेल्टर होम की दीवारों में दरारें आ गई हैं। वहां 16 तखत डाले गए हैं, जिसमें शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया गया है। मास्क व सैनिटाइजर भी नहीं है। रजाई-गद्दे काफी गंदे हो गए हैं।
रोडवेज बस अड्डे पर कोविड नियंत्रण के इंतजाम नहीं
राहगीरों को ठंड से बचाने के लिए नगर निगम ने रोडवेज बस अड्डे पर अस्थाई रैन बसेरे का निर्माण कराया है। इस बार वहां सर्द हवा लोगों को छू भी नहीं पाएगी। नए रजाई-गद्दे, तकिये की व्यवस्था वहां की गई है, लेकिन कोविड नियंत्रण के कोई उपाय नहीं किए गए है। देखरेख कर रहे राहुल ने बताया कि एक दिन पहले 16 लोग रैन बसेरे में रुके थे।

बाकरगंज के रैन बसेरे में फट गए रजाई-गद्दे
बाकरगंज स्थित रैन बसेरे में पिछले करीब साल भर से निर्माण कार्य हो रहा है। अब तक वहां फर्श नहीं पड़ पाया है। वहां सारे तखत गायब मिले। रजाई-गद्दे बीच के हिस्से में ऐसे ही रखे हुए हैं। काफी रजाई-गद्दे फट गए हैं।

यहां बने हैं स्थाई रैन बसेरे
 - पटेल चौक के पास
- हजियापुर में दो
- छोटी बिहार
- सीआइ पार्क
- बदायूं रोड
- सैदपुर हाङ्क्षकस
- हरुनगला

यहां बने हैं अस्थाई रैन बसेरे
- डेलापीर मंडी
- जिला अस्पताल
- सेटेलाइट बस स्टैंड
- पुराना रोडवेज बस स्टैंड
- रेलवे जंक्शन

क्या कहते हैं मुख्य अभियंता
नगर निगम के मुख्‍य अभियंता बीके सिंह ने बताया कि शहर में पांच जगह पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं। सभी जगह का निरीक्षण किया, जिसमें व्यवस्थाएं मुकम्मल पाई गई हैं। कोरोना नियंत्रण के लिए भी इंतजाम करा दिए जाएंगे। 

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