बारिश ने दी राहत, गढ्डे और जलभराव बने आफत

मौसम विभाग के मुताबिक 33.2 मिलीमीटर पानी बरसा। इससे मौसम भी खुशगवार हुआ और तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। खेती-बाड़ी और मौसम के लिहाज से वैसे तो बारिश बेहद फायदेमंद रही। लेकिन शहर में तमाम जगह यह आफत भी बनी। वजह सीवर तो कहीं पाइपलाइन की वजह से खुदी और टूटी सड़कें गहरे-गहरे गढ्डे। चोक नाले-नालियों से जलभराव घरों में भरने वाला पानी। बेशक इसमें मौसम और बरसात का कोई दोष नहीं था। खामी थी सिस्टम की शिथिलता की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 02:19 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 02:19 AM (IST)
बारिश ने दी राहत, गढ्डे और जलभराव बने आफत
बारिश ने दी राहत, गढ्डे और जलभराव बने आफत

बरेली, जेएनएन: नगर निगम के दावे बेशुमार थे, लेकिन उम्मीद कुछ ऐसी ही थी, जैसी शहर की सूरत मंगलवार को दिखी। सावन के दूसरे दिन भी झड़ी लगी रही। तड़के शुरू हुई मूसलाधार बरसात घंटों होती रही। करीब दो बजे बारिश थमी, लेकिन घंटे-आध घंटे के लिए ही। इसके बाद से देर शाम तक रह-रहकर बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक 33.2 मिलीमीटर पानी बरसा। इससे मौसम भी खुशगवार हुआ और तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। खेती-बाड़ी और मौसम के लिहाज से वैसे तो बारिश बेहद फायदेमंद रही। लेकिन शहर में तमाम जगह यह आफत भी बनी। वजह, सीवर तो कहीं पाइपलाइन की वजह से खुदी और टूटी सड़कें, गहरे-गहरे गढ्डे। चोक नाले-नालियों से जलभराव, घरों में भरने वाला पानी। बेशक, इसमें मौसम और बरसात का कोई दोष नहीं था। खामी थी सिस्टम की शिथिलता की। मानसून के पहले नगर निगम बारिश से निपटने के लिए बड़े-बड़े दावे कर रहा था। लाखों रुपये भी खर्च हुए। लेकिन मानसून की पहली दमदार बारिश में ही दावे बह गए।

राजेंद्र नगर और मॉडल टाउन में भी जलभराव

पॉश इलाका माना जाने वाला वाला राजेंद्र नगर भी जलभराव से नहीं बचा। आदर्श सड़क की सर्विस रोड लबालब हो गई। राजेंद्र नगर के साथ इंद्रा नगर, जनकपुरी, पटेल नगर समेत कई मुहल्लों की मुख्य सड़कें पानी से डूबी नजर आई थी। वहीं कुछ लोगों के घरों में पानी घुस गया। इसके अलावा मॉडल टाउन, डेलापीर में भी पानी भरने से लोगों को परेशानी हुई। इन इलाकों में घरों के अंदर घुसा पानी

रहपुरा चौधरी ,संजय नगर, हजियापुर, सुभाषनगर, बिहारीपुर, जसौली मढ़ीनाथ, नेकपुर में इस कदर जल भराव हुआ कि लोगों के घरों में पानी घुस गया। किसी का बेड भीग गया तो किसी का सोफा खराब हो गया। लोगों ने बताया कि यहां पर हर साल जलभराव होता है लेकिन इसके बावजूद नगर निगम ने कोई इंतजाम नहीं किए। टूटी सड़कें यहां बनीं परेशानी का सबब

बारिश से बिहारीपुर, सौदागरान, दरगाह आला ह•ारत की सड़क, मलूकपुर, बजरिया, नाला रोड, जुगगन की गली, कुंवरपुर, जसौली, सिटी रोड़ और सुभाष नगर की पुलिया, पुरवा बब्बन खां बस्ती के अलावा आसपास की सड़कें जलमग्न हो गई। जलभराव की वजह से राहगीरों को आने जाने परेशानियों का सामना करना पड़ा। इन इलाकों में जलभराव की समस्या काफी लम्बे समय से बनी हुई हैं। वहीं मलूकपुर नाला की दुकानों में तीन फीट तक बारिश का पानी भर गया। पेड़ गिरे तो कहीं पर उतरा करंट

मूसलाधार हुई बारिश से हिद टॉकीज के पीछे बन रहे नाले पर एक पेड़ गिर गया, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ। वही मढीनाथ नलकूप कार्यालय के सामने लगे खंभे में करंट उतरने से एक गाय की मौत हो गई। जमकर बारिश होने से सेटेलाइट बस स्टैंड पर भी जलभराव रहा। इसके साथ एसएसपी ऑफिस, कलेक्ट्रेट, महिला थाना, इज्जतनगर थाना और बारादरी थाने में भी जलभराव रहा। उसके साथ विकास भवन के सामने वाली सड़क पर भी पानी भरा रहा। जिला अस्पताल, सीएमओ ऑफिस में भी पानी भर गया।

नगर आयुक्त आवास भी लबालब

बारिश की वजह से जहां नगर निगम कार्यालय के परिसर में जलभराव हुआ। वहीं नगर आयुक्त का आवास भी इससे अछूता नहीं रहा। नगर आयुक्त और महापौर कार्यालय के बाहर भी पानी भर गया। पानी को रोकने के लिए बाद में नगर निगम के कर्मचारियों ने वहां पर दरी और बोरियां लगाई।

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