बरेली में मानसून की दस्तक देकर बरसात गायब

मानसून की पहली बारिश भले ही तीन दिन पहले हुई हो लेकिन दस्तक देने के बाद मौसम फिर से पलट गया। जिले से बरसात एक बार फिर गायब हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दिनों में भी हल्की बरसात का ही अंदेशा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:15 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:15 PM (IST)
बरेली में मानसून की दस्तक देकर बरसात गायब
बरेली में मानसून की दस्तक देकर बरसात गायब

बरेली, जेएनएन : मानसून की पहली बारिश भले ही तीन दिन पहले हुई हो, लेकिन दस्तक देने के बाद मौसम फिर से पलट गया। जिले से बरसात एक बार फिर गायब हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले दिनों में भी हल्की बरसात का ही अंदेशा है।

दरअसल, पहले 21 जून से जिले में मानसून सक्रिय होना था। लेकिन बंगाल की खाड़ी की ओर से आने वाली पूर्वी हवाओं के दबाव के चलते 19 जून को ही जिले में मानसून की पहली बारिश हो गई। आगाज भी बेहतर हुआ और करीब 35 मिलीमीटर से ज्यादा बरसात शाम तक हुई। इसके बाद मौसम विभाग ने अगले दिन और ज्यादा, करीब 50 मिलीमीटर तक बरसात होने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने जताई थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 19 जून के बाद अगले दो दिन बरसात नहीं हुई। वहीं, पंत नगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. आरके सिंह ने बताया कि आने वाले एक सप्ताह में भी बारिश होने के आसार बेहद कम हैं। हालांकि इस दौरान आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। सोमवार को भी आसमान साफ रहा। इससे अधिकतम तापमान बढ़कर 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विभाग की मानें तो मानसून होने के बावजूद आने वाले दिनों में बारिश नहीं होने से तापमान पर सीधा असर पड़ेगा। अधिकतम तापमान जहां 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा। सूर्य के आद्रा नक्षत्र में प्रवेश से बन सकते हैं अच्छी बारिश के योग

बरेली, जेएनएन : आद्र्रा नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश के कुछ देर बार ही जल तत्व की राशि कर्क में शुक्र ग्रह प्रवेश करेगा। यह बदलाव बेहतर वर्षा का कारक बन सकता है। ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की द्वादशी पर मंगलवार सुबह पांच बजकर 39 मिनट पर सूर्य का आद्र्रा नक्षत्र में प्रवेश होगा। सूर्य देव पांच जुलाई तक इसी नक्षत्र में विचरण करेंगे। पंचांग के अनुसार सूर्य के इस बदलाव से इस बार देश में अच्छी बारिश का योग बन रहा है। आचार्य मुकेश मिश्रा के मुताबिक 27 नक्षत्रों में आद्र्रा नक्षत्र को जीवनदायिनी नक्षत्र माना गया है। साथ ही इससे चातुर्मास की बारिश का पूरा आकलन किया जाता है। आद्र्रा में सूर्य के प्रवेश के कुछ देर बार ही जल तत्व की राशि कर्क में शुक्र ग्रह प्रवेश करेगा। वहीं, रोहिणी नक्षत्र का वास समुद्र तथा समय का वास धोबी के घर में होगा। इसके अलावा 17 जुलाई के बाद शुक्र ग्रह के सिंह राशि में जाने से हवाओं के दौर के साथ ही तेज व हल्की बारिश का अनुमान है। इस दौरान दो से 16 अगस्त तक प्रदेश में तूफानी बारिश और 15 सितंबर तक मध्यम दर्जे की बारिश का योग है। 24 दिन भारी बारिश व 36 दिन सामान्य बारिश होने का अनुमान है।

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