सीनियर सेक्शन इंजी. का कारनामा, रिटायरमेंट से पहले चोरी की 22 लाख की पेंड्रोल क्लिप, मुरादाबाद, चंदाैसी में कर रखी थी माल काे खपाने की तैयारी

Railway Crime News रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ) ने रिटायरमेंट से सात दिन पहले तकरीबन 22 लाख रुपये कीमत की पेंड्रोल क्लिप और पिन चोरी करके इफको आंवला की रेलवे प्राइवेट साइडिंग में छिपा दिया था।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:45 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:45 AM (IST)
सीनियर सेक्शन इंजी. का कारनामा, रिटायरमेंट से पहले चोरी की 22 लाख की पेंड्रोल क्लिप, मुरादाबाद, चंदाैसी में कर रखी थी माल काे खपाने की तैयारी
सीनियर सेक्शन इंजी. का कारनामा, रिटायरमेंट से पहले चोरी की 22 लाख की पेंड्रोल क्लिप

बरेली, जेएनएन। Railway Crime News : रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ) ने रिटायरमेंट से सात दिन पहले तकरीबन 22 लाख रुपये कीमत की पेंड्रोल क्लिप और पिन चोरी करके इफको आंवला की रेलवे प्राइवेट साइडिंग में छिपा दिया था। तैयारी थी कि मुरादाबाद और चंदौसी के बाजार में इनको बेच लिया जाएगा। लेकिन आरपीएफ बरेली ने पहले ही छापामारी करके रेलवे सामग्री बरामद कर ली। रेलवे के सेवानिवृत्त सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ को भी गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

जंक्शन आरपीएफ थाना प्रभारी विपिन कुमार शिशौदिया के मुताबिक सीबीगंज के रेलवे गोदाम से करीब 22 लाख रुपये के पेंड्रोल क्लिप व पिन बेचने की सूचना उन्हें मिली थी। छानबीन करने पर सामने आया कि रेलवे सामग्री बेचने वाला कोई और नहीं बल्कि 30 जून को रिटायर हुआ सेक्शन इंजीनियर रेलपथ दिनेश प्रकाश लोहानी है। आरपीएफ ने राजेंद्रनगर स्थित आवास से अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि सेवानिवृत्त होने के एक सप्ताह पहले ही उसने एक ठेकेदार को 20 हजार पेंड्रोल क्लिप और 10 हजार लोहे की पिन बेची थी। जिसकी कीमत करीब 22 लाख रुपये है। जिसे बाद में उसकी निशानदेही पर इफको साइड से बरामद किया गया।

इफको साइड में बदली जानी थी पेंड्रोल क्लिप

थाना प्रभारी के मुताबिक इफको साइड में पटरियों के पेंड्रोल क्लिप बदले जाने थे। जिसका ठेका इफको प्रबंधन ने एक ठेकेदार को दिया था। आरोप है कि लोहानी ने सेवानिवृत्त होने से एक सप्ताह पहले ही ठेकेदार की मिलीभगत से पेंड्रोल क्लिप बेच दिये। उन्होंने बताया कि सीबीगंज स्थित गोदाम में जगह न होने के कारण पेंड्रोल क्लिप गोदाम के बाहर खुले में पड़े हुए थे।

मुरादाबाद, चंदौसी आदि स्टेशनों के फर्जी कागज भी बरामद

आरपीएफ को छानबीन में पता चला कि सेक्शन इंजीनियर ने दस हजार पेंड्रोल क्लिप मुरादाबाद और पांच हजार चंदौसी भेजे जाने के कागज तैयार किए थे। इसके अलावा पांच हजार एक और स्टेशन को भेजने के कागज भी अधूरे मिले हैं। जबकि जांच में पता चला कि बीस हजार पेंड्रोल क्लिप कहीं भी नहीं गए हैं। इंस्पेक्टर विपिन कुमार शिशौदिया ने बताया कि गोदाम में भी अन्य लोहे के चीजों की जांच की जा रही है।

यह था पूरा मामला

इफको आंवला यूनिट में प्राइवेट कंपनी को दिए गए ठेके में कंपनी से काम कराने के लिए रेलवे का ट्रैक बदलने व मरम्मत के लिए मय मैटेरियल ठेका हुआ। जिसमें रेलवे ट्रैक में लगने वाली पेंड्रोल क्लिप व लाइनर जिन की मात्रा हजारों में थी को ठेकेदार द्वारा रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग से सांठगांठ कर स्टोर से चोरी किया और प्राइवेट साइडिंग में पहुंचाया। माल चोरी की सूचना पर जंक्शन आरपीएफ ने 11 जुलाई को मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु की थी। मंडल सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार के निर्देश पर आरपीएफ के साथ सीआइबी मुरादाबाद को भी लगाया गया था। जिसके बाद 30 जून को सेवानिवृत्त हुए सेक्शन इंजीनियर दिनेश प्रकाश लोहानी को रेलवे यार्ड आंवला प्राइवेट साइडिंग से चोरी गए पूरे माल के साथ गिरफ्तार किया गया।

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