कुतुबखाना ओवरब्रिज : बरेली में एक पुल पर बवाल, कैसे बनेगा यही सवाल
कुतुबखाना ओवरब्रिज कुतुबखाना पुल का विरोध कर रहे व्यापारियों के भूख हड़ताल की चेतावनी देने के बाद सर्किट हाउस में शाम को व्यापारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के साथ बैठक हुई। पुल के पुराने नक्शे पर अधिकारियों के साथ मंथन किया।
बरेली, जेएनएन। कुतुबखाना ओवरब्रिज : कुतुबखाना पुल का विरोध कर रहे व्यापारियों के भूख हड़ताल की चेतावनी देने के बाद सर्किट हाउस में शाम को व्यापारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार, महापौर उमेश गौतम, नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, सेतु निगम के अधिकारी और व्यापारी संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यापारी इसमें मौजूद रहे।
पुल के पुराने नक्शे पर किया मंथन
सबसे पहले सेतु निगम के अधिकारियों ने 56 पिलर के पुल का पुराना नक्शा सामने रखा। मंत्री और महापौर ने नया नक्शा दिखाने के लिए कहा। अधिकारियों ने 37 पिलर का पुल का नया नक्शा भी दिखाया। इसमें यू शेप के पिलर तैयार होंगे। एक से दूसरे पिलर के बीच की दूरी 600 मीटर होगी। संकरी जगह पर पिलर नहीं बनेंगे। व्यापारियों को इस नक्शे पर रजामंद करने की कोशिश की गई, लेकिन वह अड़े रहे कि पुल बनने नहीं देंगे।
अंडरपास पर लिए जाएगा एक्सपर्ट व्यू
इसके बाद अंडरपास का प्रस्ताव रखा गया। चर्चा के बाद तय हुआ कि अंडरपास के लिए एक्सपर्ट व्यू लिया जाए। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने आश्वस्त करते हुए कहा कि व्यापारियों के हित को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जाएंगे। उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब बाहर की कंपनी बुलाकर वहां अंडरपास के लिए सर्वे कराया जाएगा।