Qutubkhana Flyover : सियासी घमासान के बीच प्रभारी मंत्री का सकारात्मक रुख, मजबूत हुआ पुल का प्रोजेक्ट

Qutubkhana Flyover विरोध के बीच कुतुबखाना फ्लाईओवर निर्माण को लेकर चल रहे सियासी घमासान में प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा की दखल के बाद प्रोजेक्ट और मजबूत हो गया है। प्रभारी मंत्री ने जहां पुल को लेकर अपना सकारात्मक रुख दिखाया था।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 07:25 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 07:25 AM (IST)
Qutubkhana Flyover : सियासी घमासान के बीच प्रभारी मंत्री का सकारात्मक रुख, मजबूत हुआ पुल का प्रोजेक्ट
Qutubkhana Flyover : सियासी घमासान के बीच प्रभारी मंत्री के सकारात्मक रुख से मजबूत हुआ पुल का प्रोजेक्ट

जागरण संवाददाता, बरेली।Qutubkhana Flyover : विरोध के बीच कुतुबखाना फ्लाईओवर निर्माण को लेकर चल रहे सियासी घमासान में प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा की दखल के बाद प्रोजेक्ट और मजबूत हो गया है। प्रभारी मंत्री ने जहां पुल को लेकर अपना सकारात्मक रुख दिखाया था वहींं अधिकारी अंडरपास के विकल्प को लेकर भी सर्वे कराने की तैयारी कर रहे है।   

कुतुबखाना चौराहे पर जाम की समस्या से निजात दिलाने को लेकर बीते दिनों स्मार्ट सिटी योजना के तहत वहां फ्लाईओवर निर्माण की मंजूरी दी गई है। कोहाड़ापीर पर नैनीताल रोड से उठकर कुतुबखाना चौराहा होते हुए कोतवाली के पास तक करीब 1577 मीटर लंबा पुल बनाया जाना है। सेतु निगम ने इसका डिजाइन तैयार करवा लिया है।

स्मार्ट सिटी योजना के तहत बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 136 करोड़ रुपये बजट मंजूर भी कर दिया है। इसके विरोध में व्यापारी एक दिन बाजार बंद भी कर चुके हैं। शहर के कुछ जनप्रतिनिधियों ने भी इस पुल को नहीं बनाने की बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है। बावजूद इसके प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दो दिन पहले सर्किट हाउस में ली बैठक में पुल निर्माण को लेकर अपना सकारात्मक रुख दिखाया।

उन्होंने शहर के विकास को लेकर पुल निर्माण कराने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर बुधवार को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी पुल को जरूरी बताया। महापौर डॉ. उमेश गौतम का कहना है कि शहर के विकास के लिए पुल निर्माण जरूरी है, लेकिन इसके निर्माण से पहले व्यापारियों से समन्वय स्थापित किया जाना चाहिए। उसके बाद ही पुलिया या अंडरपास बनाया जाए। वहां अंडरपास के विकल्प पर भी विचार हो रहा है। 

chat bot
आपका साथी