प्राइवेट अस्पतालों को नहीं मिलेंगी एंटीजन किट, जॉइंट मजिस्ट्रेट ने लगाई रोक

निश्शुल्क उपलब्ध कराई गई एंटीजन टेस्ट किट से टेस्ट करने के प्राइवेट अस्पताल पैसे वसूल रहे थे। कई शिकायतें हुईं पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 08:36 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 08:52 PM (IST)
प्राइवेट अस्पतालों को नहीं मिलेंगी एंटीजन किट, जॉइंट मजिस्ट्रेट ने लगाई रोक
प्राइवेट अस्पतालों को नहीं मिलेंगी एंटीजन किट, जॉइंट मजिस्ट्रेट ने लगाई रोक

बरेली, जेएनएन। निश्शुल्क उपलब्ध कराई गई एंटीजन टेस्ट किट से टेस्ट करने के प्राइवेट अस्पताल पैसे वसूल रहे थे। कई शिकायतें हुईं पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। 'दैनिक जागरण' ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। जिसे 'कोरोना टेस्ट के नाम पर वसूली' शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर प्रकाशित होते ही जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने एसडीएम सदर जॉइंट मजिस्ट्रेट ईशान प्रताप सिंह को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। जांच में प्रथम दृष्टया मामला सही पाया गया। इसके बाद जॉइंट मजिस्ट्रेट ने तत्काल प्रभाव से प्राइवेट अस्पताल को दी जाने वाली एंटीजन टेस्ट किट पर रोक लगा दी है। अब जानकारी की जा रही है कि किन अस्पतालों के पास एंटीजन किट का स्टॉक रखा हुआ है।

आइसीएमआर की स्वीकृति के बाद एंटीजन टेस्ट की शुरुआत हुई। जिले में भी बीते 24 दिनों से एंटीजन टेस्ट कराए जा रहे हैं। सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी अस्पतालों को एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराई गई है। इसके लिए टेस्ट कराने के कोई शुल्क नहीं लेना है। लेकिन शिकायतें आ रहीं थी कि प्राइवेट अस्पताल एंटीजन टेस्ट करने के 500 से 1000 रुपये तक वसूल किये थे। स्टेडियम रोड स्थित एक अस्पताल की शिकायत आई थी।

जिले में एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना की जांच शुरू हुई तो संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने तय किया कि प्राइवेट अस्पतालों को भी एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराई जाए जिससे वहां आने वाले हर मरीज की जांच हो सके। इसके चलते कुछ प्राइवेट अस्तपालों को 10, किसी को 20 तो किसी को 25 एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध करा दी गईं।

यह किट खत्म होने पर प्राइवेट अस्पताल संचालक अपनी डिमांड भेजकर किट फिर ले लेते हैं। लेकिन मुफ्त मिली इन एंटीजन टेस्ट किट में भी प्राइवेट अस्पतालों ने कमाई का साधन बना लिया। प्राइवेट अस्पतालों में डाक्टर की फीस के साथ ही मरीज को पीपीई किट और एंटीजन टेस्ट तक के रुपये वसूल कर लिए जाते हैं। इसमें एंटीजन टेस्ट की कोई रसीद नही दी जाती। बीते कुछ दिनों में सीएमओ व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों के पास ऐसी कई शिकायतें आ रही थी।  

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