ऑनलाइन बिकेगा कैदियों का बनाया फर्नीचर

सेंट्रल जेल के कैदियों का बनाया फर्नीचर जल्द ही ऑनलाइन भी खरीदा जा सकेगा। यहां तैयार सभी काष्ठ उत्पादों को जेम पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Sat, 01 Jun 2019 09:37 AM (IST) Updated:Sat, 01 Jun 2019 09:37 AM (IST)
ऑनलाइन बिकेगा कैदियों का बनाया फर्नीचर
ऑनलाइन बिकेगा कैदियों का बनाया फर्नीचर

बरेली, जेएनएन। सेंट्रल जेल के कैदियों का बनाया फर्नीचर जल्द ही ऑनलाइन भी खरीदा जा सकेगा। यहां तैयार सभी काष्ठ उत्पादों को जेम पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों और कॉलेजों में सप्लाई करने की कोशिश है। 

कई जनपदों के न्यायालयों में सेंट्रल जेल के कैदियों का बनाया फर्नीचर शोभा बढ़ा रहा है। अब जेल अधिकारियों ने डीएम वीरेंद्र सिंह व सीडीओ सत्येंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेजा है। उन्होंने दफ्तरों के लिए खरीदे जाने वाले फर्नीचर को बरेली की सेंट्रल जेल से खरीदने का अनुरोध किया हैं। इसके अलावा सेंट्रल जेल में तैयार होने वाले सभी उत्पादों को जेम यानि गर्वमेंट ई मार्केटिंग की वेबसाइट पर अपलोड़ करेगा।

ढाई करोड़ की सप्लाई

सम्भल, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, हरदोई, एटा, जालौन, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अमरोहा की न्यायालयों में सप्लाई फर्नीचर की सप्लाई हुई है। मुजफ्फरनगर और सीतापुर से भी ऑर्डर मिले हैैं। जेल अधिकारियों की मानें तो उन्होंने इस वर्ष 18-19 में करीब ढाई करोड़ रुपये का फर्नीचर सप्लाई किया है।

रंग लाया 60 कैदियों का हुनर, कुंभ में लगा था स्टॉल

जेल के अंदर फर्नीचर बनाने का कारखाना लगा है। यहां कैदियों को फर्नीचर बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। ट्रेनर कौशल किशोर बताते हैं कि अभी करीब 60 कैदी इस काम में लगे हैैं। इलाहाबाद कुंभ में भी सेंट्रल जेल के फर्नीचर का विशेष स्टॉल लगाया था।

बरेली सेंट्रल जेल के अधीक्षक अशोक कुमार सागर ने बताया कि हमने सरकारी दफ्तरों में फर्नीचर की होने वाली खरीद के लिए अफसरों को पत्र भेजा है। इसके अलावा हम अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने की भी कवायद कर रहे हैं। 

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