बरेली में छात्रों को घर-घर जाकर पढ़ा रहे प्रेरणा साथी

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बचों के पास संसाधन न होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। इसके लिए शिक्षकों ने कदम बढ़ाया है। जिन छात्रों के पास संसाधन का अभाव है शिक्षक ऐसे बचों की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और प्रेरणा साथी बनाकर उन्हें सौंप रहे हैं। प्रेरणा साथी ऐसे बचों के घर-घर जाकर शिक्षा की अलख जगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 09:22 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 09:22 PM (IST)
बरेली में छात्रों को घर-घर जाकर पढ़ा रहे प्रेरणा साथी
बरेली में छात्रों को घर-घर जाकर पढ़ा रहे प्रेरणा साथी

बरेली, जेएनएन: परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पास संसाधन न होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। इसके लिए शिक्षकों ने कदम बढ़ाया है। जिन छात्रों के पास संसाधन का अभाव है, शिक्षक ऐसे बच्चों की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं और प्रेरणा साथी बनाकर उन्हें सौंप रहे हैं। प्रेरणा साथी ऐसे बच्चों के घर-घर जाकर शिक्षा की अलख जगा रहे हैं।

संक्रमण के चलते प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अभी बच्चों को बुलाने के निर्देश नहीं हैं। शिक्षक और कर्मचारी स्कूल पहुंच आपरेशन कायाकल्प समेत अन्य कार्य कर रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार से दूरदर्शन के माध्यम से ई ज्ञान गंगा कार्यक्रम पर कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। मगर, कुछ बच्चों के घर अभी भी टेलीविजन और स्मार्टफोन न होने से वे इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इस स्थिति में बच्चों की पढ़ाई न रुके। विभाग ने प्रेरणा साथी की मदद से उनकी पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए हैं। इस कड़ी में प्राथमिक स्कूल कुइयां रामपुर, इनोनिया मोहनपुर, खानपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय जोतपुर समेत अन्य ब्लाक में भी शिक्षक प्रेरणा साथियों से संपर्क कर बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रयासरत हैं। अपने स्मार्ट फोन से बच्चों को पढ़ा रहे प्रेरणा साथी

कुइयां रामपुर में प्रेरणा साथी अमित कुमार ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होते देख उन्होंने प्रेरणा साथी बनने का निर्णय लिया। बताया कि जिन बच्चों के टेलीविजन व स्मार्टफोन का अभाव है, उनकी पढ़ाई वह किसी एक बच्चे के घर में कक्षा लगाकर अपने संसाधन से जारी रख रहे हैं।

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