दुष्कर्म कर महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में पुलिस का शर्मनाक बयान, बोले- घटना से एक दिन पहले हुआ था पीड़िता का गर्भपात
महिला को निर्वस्त्र कर उसके साथ बर्बरता करने जैसी गंभीर घटना में पुलिस ने लापरवाही की हद कर दी। तीन दिन हो गए हैं लेकिन एसओ अब तक जांच नहीं कर पाए। उनका कहना है कि पहले आरोपितों को गिरफ्तार करेंगे।
शाहजहांपुर, जेएनएन। महिला को निर्वस्त्र कर उसके साथ बर्बरता करने जैसी गंभीर घटना में पुलिस ने लापरवाही की हद कर दी। तीन दिन हो गए हैं, लेकिन एसओ अब तक जांच नहीं कर पाए। उनका कहना है कि पहले आरोपितों को गिरफ्तार करेंगे। हालांकि इस बीच दूसरे पक्ष की ओर से पीड़िता के बेटे के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित पक्ष के जान को खतरा बताने के बाद भी गांव से पुलिस भी हटा ली। क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली महिला ने 25 सितंबर को गांव के कुछ लोगों पर रंजिश में घर में घुसकर सामूहिक दुष्कर्म व पिटाई करने के बाद गांव में निर्वस्त्र कर घुमाने का आरोप लगाया था। इस मामले में एसओ ने आरोपों को गलत बताते हुए चार लोगों के खिलाफ छेड़ाछाड़ की थी।
जब महिला का मेडिकल कराया गया तो उसमें उसकी बर्बरता से पिटाई व प्राइवेट पार्ट पर चोट की बात सामने आई थी। मेडिकल रिपोर्ट झुठलाई नहीं जा सकती थी। ऐसे में मामला तूल न पकड़े इसलिए एसओ दिलीप सिंह भदौरिया ने घटना से एक दिन पहले महिला के गर्भपात कराने की रिपोर्ट एसपी को दे दी। मातहत की बात पर भरोसा कर एसपी एस आनंद ने भी यही जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी, लेकिन महिला ने गर्भपात कहां कराया यह एसओ अब तक नहीं बता पा रहे हैं। उन्होंने उस डॉक्टर को भी ढूंढने की कोशिश नहीं की है, जिसने महिला का गर्भपात किया।
जब इस बारे में उनसे सवाल पूछा गया तो बोले कि अभी आरोपितों की गिरफ्तारी पर ध्यान लगा रहे हैं। जांच उसके बाद करेंगे। जरूरत पड़ेगी तो डॉक्टर भी तलाश कर लेंगे। सवाल यह कि अगर एसओ ने तीन दिन में इतने गंभीर मामले की जांच तक सही से नहीं की है तो दोनों पक्षों की रिपोर्ट कैसे दर्ज कर ली। हालांकि उन्होंने पीड़ित महिला के बेटे के खिलाफ नामजद मुख्य आरोपित की बेटी के साथ छेड़छाड़ का मुकदमा जरूर दर्ज कर लिया है। मुख्य आरोपित की पत्नी की ओर से वकील के जरिए 25 सितंबर को तहरीर भेजी गई थी, जिसमें पीड़ित महिला के बेटे पर आरोपित की बेटी से 24 सितंबर को खेत में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। सीओ जलालाबाद ब्रह्मपाल सिंह ने इस मामले में गांव जाकर पड़ताल की थी। दोनों पक्षों के आरोपित गिरफ्तार किए जाएंगे। गांव में स्थिति सामान्य देखते हुए वहां से पुलिसकर्मियों को हटाया गया है।