PNG Gas Supply News : बरेली में नगर निगम की लापरवाही पड़ी भारी, ठप हुई तीन हजार घरों की गैस आपूर्ति
PNG Gas Supply News स्मार्ट सड़क तैयार करने की बेतरतीब खोदाई ने बड़ा हादसे की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया। रविवार को सिविल लाइंस के होटल सीताकिरण के ठीक सामने पीएनजी की मुख्य लाइन को खोदाई कर रही जेसीबी ने तोड़ दिया।
बरेली, जेएनएन। PNG Gas Supply News : स्मार्ट सड़क तैयार करने की बेतरतीब खोदाई ने बड़ा हादसे की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया। रविवार को सिविल लाइंस के होटल सीताकिरण के ठीक सामने पीएनजी की मुख्य लाइन को खोदाई कर रही जेसीबी ने तोड़ दिया। जबरदस्त गैस रिसाव से थोड़ी ही देर में एरिया में दुर्गंध फैल गई। वीकेंड कर्फ्यू की वजह लोग अधिक नहीं थे, इसलिए हादसा होने की आशंका काफी हद तक कम हो गई। लेकिन गैस के रिसाव से क्षेत्र में दहशत फैल गई। पीएनजी मेंटीनेंस टीम ने पहुंचकर बटलर प्लाजा के पास सप्लाई वाल्व बंद कर दिया। इसके बाद गैस का रिसाव थम सका। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे के बाद करीब तीन हजार घरों की गैस आपूर्ति शुरू हो सकी।
सिविल लाइंस में पटेल चौक से चौकी चौराहा तक स्मार्ट सड़क तैयार होनी है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने पीएनजी इंचार्ज से संपर्क किया था। उन्हें बताया गया कि सड़क के एक तरफ अंडरग्राउंड पीएनजी की मुख्य लाइन जाती है। रविवार को वीकेंड कर्फ्यू की वजह से बाजार में भीड़ नहीं थी। सुबह करीब 11 बजे जेसीबी से पटेल चौक की तरफ से खोदाई शुरू की। अचानक गैस पाइप लाइन के फटने के बाद मजदूरों के होश उड़ गए। उन्होंने बिना गड्ढे को दोबारा मिट्टी से भर दिया। लेकिन गैस का रिसाव जारी रहा। लोगों ने फोन करके अग्निशमन की गाड़ी को बुला लिया। ताकि आग लगने पर काबू पाया जा सके। हालांकि लोगों के बाजार में नहीं होने की वजह से आग लगने जैसे हालात नहीं बने।
सूचना देने में भी की देरी
मेंटीनेंस के लिए टीम ने पहुंचने में देरी हुई। क्योंकि 11.30 बजे घटना होने के बाद 12 बजे मेंटीनेंस स्टाफ को सूचना मिली। मौके पर पहुंचने के बाद मुख्य लाइन का वाल्व बंद करने के लिए बटलर प्लाजा पर स्टाफ पहुंचा। वाल्व बंद कराने के बाद मरम्मत के काम शुरू कराए गए, लेकिन साढ़े तीन बजे तक आपूर्ति शुरू हो सकी।
खोदाई करने से पहले जानकारी दी गई थी। हमनें मुख्य लाइन के बारे में बताया भी था। लेकिन फिर भी खोदाई ऐसे कर डाली कि लाइन ही टूट गई। तीन घंटे आपूर्ति प्रभावित हुई थी। - मंसूर अली सिद्दकी, प्रबंधक, सीयूजीएल, बरेली