शाहजहांपुर में पुरस्कार राशि न मिलने पर खिलाड़ियों का फूटा गुस्सा, भाजपा सांसद को बनाया बंधक, पुलिस ने फटकारी लाठियां

BJP MP Held Hostage in Shahjahanpur शाहजहांपुर में सांसद खेल स्पर्धा के पुरस्कार वितरण के दौरान स्टेडियम में बवाल हो गया। नकद पुरस्कार देने में भेदभाव का आरोप लगाते हुए खिलाड़ियों ने जमकर हंगामा किया। मुख्य गेट बंद कर सांसद अरुण सागर को स्टेडियम में ही बंधक बना लिया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 05:25 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 05:25 PM (IST)
शाहजहांपुर में पुरस्कार राशि न मिलने पर खिलाड़ियों का फूटा गुस्सा, भाजपा सांसद को बनाया बंधक, पुलिस ने फटकारी लाठियां
शाहजहांपुर में पुरस्कार राशि न मिलने पर खिलाड़ियों का फूटा गुस्सा, भाजपा सांसद को बनाया बंधक

बरेली, जेएनएन। BJP MP Held Hostage in Shahjahanpur : शाहजहांपुर में सांसद खेल स्पर्धा के पुरस्कार वितरण के दौरान स्टेडियम में बवाल हो गया। नकद पुरस्कार देने में भेदभाव का आरोप लगाते हुए खिलाड़ियों ने जमकर हंगामा किया। मुख्य गेट बंद कर सांसद अरुण सागर को स्टेडियम में ही बंधक बना लिया। उनसे काफी नोकझोंक भी हुई। वहां पुलिस ने गेट खुलवाने की कोशिश की तो धक्का मुक्की हुई। महिला खिलाड़ियों ने पुलिसकर्मियों पर अभद्रता व लाठियां फटकारने का भी आरोप लगाया। करीब दो घंटे बाद किसी तरह स्थिति शांत हुई तब सांसद को स्टेडियम से बाहर निकाला गया।

खेलों को बढ़ावा देने के लिए जिले में 21 नवंबर से ब्लाक स्तरीय सांसद खेल स्पर्धा का आयोजन किया गया था, जिसमे सभी ब्लाक के 1240 खिलाड़ी शामिल हुए। गुरुवार को स्पोर्ट्स स्टेडियम हथौड़ा में हुए समापन समारोह में सांसद अरुण सागर भी खिलाड़ियों की हौंसला अफजाई व पुरस्कार वितरण करने पहुंचे थे। इस बीच एथलेटिक्स के खिलाड़ियों ने जिला क्रीडाधिकारी जितेंद्र भगत पर नकद पुरस्कार वितरण में भेदभाव का आरोप लगाना शुरू कर दिया। सांसद व वहां मौजूद लोगों ने समझाने का प्रयास किया तो खिलाड़ी भड़क गए।

सांसद पर पक्ष्ज्ञपात का आरोप लगाते हुए नोकझोंक हुई। उन्होंने स्टेडियम के मुख्य गेट को अंदर से बंद कर लिया। सांसद भी अंदर मंच पर फंस गए। सूचना पर रोजा प्रभारी निरीक्षक संदीप मिश्रा फोर्स के साथ पहुंचे। खिलाड़ियों को समझाने की कोशिश की, पर वे नहीं माने। इस बीच कुछ पुलिसकर्मियों ने गेट खोलने का प्रयास किया तो खिलाड़ियों की उनसे धक्का मुक्की शुरू हो गई। जिसके बाद और फोर्स बुलाई गई।

महिला खिलाड़ियों ने लगाए आरोप

हंगामे की सूचना पर रोजा पुलिस महिला पुलिसकर्मियों के बिना ही स्टेडियम पहुंच गई। विवाद बढ़ने पर पुलिसकर्मियों ने महिला खिलाड़ियों को भी धक्का देकर गेट से हटाना शुरू कर दिया। जिससे महिला खिलाड़ियों का गुस्सा और भड़क गया। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक समेत कई पुलिसकर्मियों पर अभद्रता, गाली-गलौज करने के साथ ही करियर खत्म करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया। काफी देर बाद पहुंचीं मिला पुलिसकर्मियों से भी महिला खिलाड़ियों की नोकझोंक हुई।

सांसद के बेटे से धक्का-मुक्की

हंगामा कर रहे खिलाड़ियों को सांसद के बेटे अभिषेक सागर समझाने मैदान पर पहुंचे। कुछ खिलाड़ियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। जिसके वह वापस पंडाल में चले गए।

यह दी गई धनराशि

क्रिकेट टीम के विजेताओं को 11 हजार व उपविजेता टीम को 5100 रुपये नकद धनराशि दी गई। वहीं वालीबाल विजेता टीम को 3100 व उपविजेता को 2100 रुपये दिए गए। जबकि अन्य स्पर्धा के खिलाड़ियों को सिर्फ मेडल दिए गए। जिससे नाराज होकर खिलाड़ियों ने हंगामा किया। तमाम खिलाड़ी बिना मेडल लिए ही वापस चले गए।

पूरे मामले में जिला क्रीडाधिकारी जितेंद्र भगत की लापरवाही सामने आई। सांसद का कहना था कि उन्होेंने अधिकारी की दी सूची के आधार पर ही पुरस्कार दिए, लेकिन जब हंगामा हुआ तो क्रीडाधिकारी बैकफुट पर आ गए। उन्होंने बाद में अपना मोबाइल भी बंद कर लिया।

किसी खिलाड़ी से अभद्रता नहीं की गई। महिला पुलिसकर्मियों को बुलाने के बाद ही सभी को शांत कराया गया। यदि कोई पुलिस पर आरोप लगा रहा है तो वह गलत है। संदीप मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक रोजा

खिलाड़ियों को कुछ लोगों ने भड़का दिया कि खेल के लिए बजट आया था। जबकि पुरस्कार सरकारी बजट के बजाय हमने स्वयं अपने पास से बांटे है। जिला क्रीड़ा अधिकारी ने जो सूची उपलब्ध कराई थी उसी आधार पर पुरस्कार दिए गए हैं। खिलाड़ियों ने हमें बंधक नहीं बनाया था बल्कि बाहरी लोगों को रोकने के लिए हमने गेट बंद करा दिया था। जो हुआ वह गलत है। अरुण सागर, सांसद

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