Pilibhit Tiger Reserve : पीलीभीत में मस्ती करने के लिए पर्यटकों को हरी झंडी का इंतजार, साल भर कर सकेंगे जंगल के बाहर की सैर

Philibhit Tiger Reserve News टाइगर रिजर्व के जंगल से इतर बाइफरकेशन व शारदा सागर डैम सहित अन्य स्थलों पर पर्यटन के लिए पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर ने प्रस्ताव फील्ड डायरेक्टर को भेज रखा है। पर्यटकों को मंजूरी मिलने का इंतजार है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 04:41 PM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 04:41 PM (IST)
Pilibhit Tiger Reserve : पीलीभीत में मस्ती करने के लिए पर्यटकों को हरी झंडी का इंतजार, साल भर कर सकेंगे जंगल के बाहर की सैर
Pilibhit Tiger Reserve : पीलीभीत में मस्ती करने के लिए पर्यटकों को हरी झंडी का इंतजार

बरेली, जेएनएन। Pilibhit Tiger Reserve News : टाइगर रिजर्व के जंगल से इतर बाइफरकेशन व शारदा सागर डैम सहित अन्य स्थलों पर पर्यटन के लिए पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर ने प्रस्ताव फील्ड डायरेक्टर को भेज रखा है। पर्यटकों को मंजूरी मिलने का इंतजार है। मंजूरी के बाद पर्यटक इन स्थलों का पूरे साल भ्रमण का प्राकृतिक वातावरण का आनंद उठा सकेंगे

कोरोना संकट की वजह से टाइगर रिजर्व के दो पर्यटन सीजन समय से पहले बंद कर दिए जाने से पर्यटक को मायूस होना पडा। आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट मिलते ही टाइगर रिजर्व के बाहर वाले बाइफरकेशन, शारदा सागर, सेल्हा बाबा की मजार आदि स्थानों पर शनिवार और रविवार को खूब भीड़ रहती है। पीटीआर के अफसरों ने जंगल से बाहर स्थित ऐसे स्थानों की सैर कराने की योजना तैयार की है। इससे पर्यटक आसानी से जंगल से बाहर रमणीक स्थानों का लुत्फ आसानी से उठा सकेंगे। वहीं जिप्सी चालकों को रोजगार का लाभ मिलेगा।

कोरोना संकट का सीधा प्रभाव टाइगर रिजर्व के पर्यटन पर पडा है। निर्धारित समय से पहले जंगल की सैर पर प्रतिबंध लगने से लाखों के राजस्व का घाटा हुआ है। वहीं सैलानियों को सैर कराने वाले जिप्सी चालकों, गाइडों की रोजी रोटी के लाले पड गए। क्षेत्र में जंगल क्षेत्र से बाहर भी कई रमणीक स्थान हैं। नहरों का जंक्शन कहा जाने वाला बाइफरकेशन, सेल्हा बाबा की मजार, शारदा सागर डैम आदि स्थानों पर पर्यटक आसानी से पहुंच कर मौज मस्ती करते हैं। टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल के अनुसार जंगल के बाहरी इलाके में पूरे साल पर्यटन सुविधा प्रदान किए जाने से संबंधित प्रस्ताव तैयार करके फील्ड डायरेक्टर के पास भेजा गया है। वहां से अनुमोदन मिलने के बाद हरी झंडी दे दी जाएगी। इससे जंगल सफारी के चालकों तथा गाइडों को रोजगार मिल सकेगा।

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