पीलीभीत सांसद वरूण गांधी ने धान में आग लगाते हुए किसान का वीडियो किया ट्वीट, बोले- कृषि नीति पर पुनर्चिंतन सबसे बड़ी जरूरत

Pilibhit MP Varun Gandhi Tweet सांसद वरुण गांधी ने किसानों के मुद्दे पर शनिवार को फिर ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसान समोध सिंह 15 दिनों तक अपना धान लिए मारे-मारे फिरते रहे।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 01:07 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 01:07 PM (IST)
पीलीभीत सांसद वरूण गांधी ने धान में आग लगाते हुए किसान का वीडियो किया ट्वीट, बोले- कृषि नीति पर पुनर्चिंतन सबसे बड़ी जरूरत
पीलीभीत सांसद वरूण गांधी ने धान में आग लगाते हुए किसान का वीडियो किया ट्वीट

बरेली, जेएनएन। Pilibhit MP Varun Gandhi Tweet : सांसद वरुण गांधी ने किसानों के मुद्दे पर शनिवार को फिर ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसान समोध सिंह 15 दिनों तक अपना धान लिए मारे-मारे फिरते रहे। जब धान नहीं बिका तो किसान ने स्वयं उसमें आग लगी दी। सांसद ने ट्वीटर पर लिखा कि इस व्यवस्था ने किसानों को कहां पर लाकर खड़ा कर दिया है। कृषि नीति पर पुनर्चिंतन आज की सबसे बड़ी जरूरत है। अपने बयान के साथ ही उन्होंने ट्वीटर पर किसी मंडी समिति में धान जलाते किसान का वीडियो भी साझा किया है।

सांसद पिछले कुछ समय से किसानों के मुद्दे पर लगातार मुखर रहे हैं। मुजफ्फरनगर में कृृषि कानूनों के विरोध में हुई महापंचायत के दौरान उन्होंने किसानों को अपना ही खून बताते हुए सहानुभूति के साथ उनकी संमस्याओं को सुनने और निराकरण कराने का आग्रह करते हुए ट्वीट किया था। बाद में यहां अमरिया के बढ़ापुरा गुरुद्वारा में सांसद ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों को शहीद बताया था।

लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मृतकों के आश्रितों को एक एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिए जाने के साथ ही घटना की जांच सीबीआइ से कराने का अनुरोध किया था। खीरी में आंदोलन के दौरान किसानों को वाहन से कुचलने की घटना का एक वीडियो ट्वीटर पर साझा करते हुए सांसद अपनी संवेदनाएं जता चुके हैं। सांसद ने पिछले दिनों गन्ना मूल्य में की गई 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी को नाकाफी बताते हुए दाम और बढ़ाने का अनुरोध किया था। सांसद ट्वीटर पर लगातार किसानों के मुद्दे उठाते हुए उनकी मदद करने के लिए सरकार से अनुरोध करते रहे हैं। 

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