पीलीभीत डीएम बन गए शिक्षक, स्कूल पहुंचकर बच्चों के हल कराए गणित के सवाल, बच्चों का किया उत्साहवर्धन

Pilibhit DM Became Teacher पीलीभीत जिलाधिकारी पुलकित खरे शुक्रवार को शिक्षक बन गए। उन्होंने स्कूल पहुंचकर न केवल निरीक्षण किया बल्कि चाक उठाकर ब्लैक बोर्ड पर बच्चों के लिए गणित के सवाल भी हल किए। साथ ही बच्चों से गणित के सवाल पूछे।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:25 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:25 AM (IST)
पीलीभीत डीएम बन गए शिक्षक, स्कूल पहुंचकर बच्चों के हल कराए गणित के सवाल, बच्चों का किया उत्साहवर्धन
स्टेडियम रोड स्थित परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में बच्चों से गणित के सवाल पूछते पीलीभीत डीएम पुलकित खरे।

बरेली, जेएनएन। Pilibhit DM Became Teacher : पीलीभीत जिलाधिकारी पुलकित खरे शुक्रवार को शिक्षक बन गए। उन्होंने स्कूल पहुंचकर न केवल निरीक्षण किया बल्कि चाक उठाकर ब्लैक बोर्ड पर बच्चों के लिए गणित के सवाल भी हल किए। साथ ही बच्चों से गणित के सवाल पूछे। छात्रा की ओर से सवाल को सही तरीके से हल करने पर डीएम ने उनका उत्साहवर्धन भी किया। इस दौरान स्कूल के शिक्षक और शिक्षिकाएं डीएम के पढ़ानेे के तरीके को बड़ी गौर से देखते रहे।

पीलीभीत जिलाधिकारी पुलकित खरे शुक्रवार को सुबह अचानक शहर में स्टेडियम रोड स्थित परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में जा पहुंचे। उन्होंने विद्यालय की व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। इसके बाद कक्षा सात के कक्ष में पहुंच गए। डीएम ने गणित विषय में बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को परखने के लिए चाक उठाई और ब्लैक बोर्ड पर कुछ सवाल लिखे। इसके बाद क्लास के बच्चों से मुखातिब होकर बोले कि कौन कौन इसे सरल कर सकते हैं। इस पर कई बच्चों ने हाथ उठा दिए। इस पर डीएम ने उनमें से एक छात्रा को इशारे से पास बुलाया।

उसका नाम पूछा और फिर ब्लैक बोर्ड पर लिखे सवाल की ओर इंगित करके बोले, इसे सरल करके दिखाओ। छात्रा ने बेझिझक होकर चाक लेकर ब्लैक बोर्ड पर उस सवाल को सही ढंग से हल करके दिखा दिया। इस पर खुश हुए जिलाधिकारी ने ताली बजाई तो क्लास के बच्चे और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी ताली बजाते हुए छात्रा को प्रोत्साहित किया। विद्यालय के वातावरण और शिक्षण कार्य से संतुष्ट दिखे जिलाधिकारी ने स्टाफ की प्रशंसा भी की। 

डीएम ने स्टाफ से कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए, जिससे उनका तेजी से शैक्षिक विकास हो सके। सभी शिक्षकों को इसी पर फोकस करना चाहिए। शिक्षक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देंगे तो बच्चों का शैक्षिक विकास बेहतर हो सके। इससे देश का भविष्य सुधरेगा और उसमें और निखार आएगा। गांव देहात की प्रतिभाएं भी निखरकर सामने आएंगी और देश का नाम रोशन होगा।

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