शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज के कोविड आइसोलेशन वार्ड के फिजिशियन हुए संक्रमित, जूनियर संभाल रहे व्यवस्था

कोरोना संक्रमण की चपेट में राजकीय मेडिकल कॉलेज के फिजिशियन भी आ गए है। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में जूनियन डॉक्टर पर जिम्मेदारियां बढ़ गई है। जो संकट की इस घड़ी में पूरी निष्ठा से निभाने में जुटे है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 08:20 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 08:20 PM (IST)
शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज के कोविड आइसोलेशन वार्ड के फिजिशियन हुए संक्रमित, जूनियर संभाल रहे व्यवस्था
शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज के कोविड आइसोलेशन वार्ड के फिजिशियन हुए संक्रमित, जूनियर संभाल रहे व्यवस्था

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की चपेट में राजकीय मेडिकल कॉलेज के फिजिशियन भी आ गए है। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में जूनियन डॉक्टर पर जिम्मेदारियां बढ़ गई है। जो संकट की इस घड़ी में पूरी निष्ठा से निभाने में जुटे है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड आइसोलेशन, आइसीयू व होल्डिंग एरिया में भर्ती हो रहे मरीजों को देखने की जिम्मेदारी फिजिशियन पर ही रहती है। क्योंकि यहां सांस लेने में दिक्कत, बुखार, सीने में दर्द आदि बीमारियांं से परेशान मरीज ही ज्यादातर आ रहे है। कोरोना संक्रमितों का इलाज करते हुए वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एमएल अग्रवाल, डॉ. विवेक वर्मा, महिला डॉक्टर समेत चार डॉक्टर संक्रमित हो गए है।

जिस वजह से वह क्वारंटाइन चल रहे है। जबकि मरीजों की संख्या कम होने के बजाय हर दिन बढ़ती जा रही है।ऐसे में राजकीय मेडिकल कॉलेज में तैनात जूनियर डॉक्टर ट्रामा सेंटर से लेकर कोविड वार्डों तक की जिम्मेदारी संभाल रहे है। यहीं नहीं यह डॉक्टर आठ के बजाय 10 से 12 घंटे तक की ड्यूटी कर मरीजों को बचाने में जुटे है।

बाल रोग विशेषज्ञ ने संभाली जिम्मेदारी

राजकीय मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एके सिंह को ट्रामा सेंटर से लेकर इमरजेंसी वार्ड का प्रभारी बना दिया गया है। ताकि मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न हो। इसके अलावा सीएमएस डॉ. एयूपी सिन्हा स्वयं भी चौबीस घंटे इसकी मॉनीटरिंग कर रहे है।

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