जलभराव की गिरफ्त में 25 साल, अबकी हुई गलियां आजाद
संजय नगर त्रिमूर्ति के पीछे पिछले साल तक बारिश में यह नजारा शायद आपने देखा होगा। जागरण ने वहां कमर तक पानी में घुसकर घरों को जाते छोटे बच्चों की तस्वीरें भी दिखाई थीं। जलभराव की गिरफ्त में 25 वर्षो से जकड़ी वहां की गलियों को इस बार आजादी मिल गई। मंगलवार का दिन वहां के लोगों के लिए आजादी से कम नहीं था। सुबह से हुई तेजी बारिश के बावजूद उनके घरों में पानी नहीं भरा।
बरेली, जेएनएन: पानी से लबालब गलियां, घर में तैरता सामान और छतों पर पन्नी डाले खाना पकाते लोग। संजय नगर त्रिमूर्ति के पीछे पिछले साल तक बारिश में यह नजारा शायद आपने देखा होगा। जागरण ने वहां कमर तक पानी में घुसकर घरों को जाते छोटे बच्चों की तस्वीरें भी दिखाई थीं। जलभराव की गिरफ्त में 25 वर्षो से जकड़ी वहां की गलियों को इस बार आजादी मिल गई। मंगलवार का दिन वहां के लोगों के लिए आजादी से कम नहीं था। सुबह से हुई तेजी बारिश के बावजूद उनके घरों में पानी नहीं भरा। जिस रास्ते पर भीषण जलभराव होता था, वह भी पूरी तरह जलविहीन थी। हाल ही में नगर निगम ने वहां तीन प्रमुख गलियों का निर्माण कराया, जिसका लाभ बारिश में दिखाई दिया। स्थानीय पार्षद वीरेंद्र पटेल उर्फ बबलू ने बताया कि वर्षो से जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोगों को इस बार राहत मिली है।
मुख्य सड़क पर जल्द निकल गया पानी
बारिश के बाद संजय नगर में घंटों जलभराव रहने की स्थिति इस बार नहीं रही। वहां मुख्य मार्ग पर काफी पानी भरा लेकिन बारिश बंद होने के बाद शाम करीब चार बजे पानी निकल गया। इसी तरह त्रिमूर्ति रोड पर भी जल्दी पानी निकल गया। पार्षद ने बताया कि त्रिमूर्ति के पीछे तीन अन्य गलियां भी निगम ने बनाई हैं। उन गलियों में भी इस बार जलभराव नहीं हुआ।
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बारिश के साथ उड़ी बिजली
बरेली, जेएनएन : बारिश शुरू होने के साथ शहर से लेकर देहात तक बिजली गुल रही। छोटे-छोटे फाल्ट से पुराना शहर, किला, स्वालेनगर, हरुनगला, सन सिटी समेत कई एरिया में दो से तीन घंटे की बिजली नहीं मिल सकी। मूसलाधार बारिश की वजह से कई जगह पर इंस्युलेटर भी फुंक गए। सिर्फ शहर ही नहीं, देहात क्षेत्र में मीरगंज, आंवला, नवाबगंज के कई गांवों को आपूर्ति देने वाली लाइनों में फाल्ट होने की वजह घंटों बिजली नहीं रही। बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर जगह पर एलटी लाइन और इंस्यूलेटर में फाल्ट आने की वजह से एरिया की आपूर्ति थमी थी। एयरबेस एरिया में ट्रांसफार्मर में दिक्कत आई थी। स्वालेनगर और किला के जखीरा में एलटी लाइनों में फाल्ट की वजह से दिक्कत हुई। बारिश हल्की पड़ने के बाद बिजली कर्मचारी मरम्मत करने में जुट गई। यही वजह है कि दो से तीन घंटे की आपूर्ति बाधित होने के बाद आपूर्ति सुधार ली गई।
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बारिश से घटकर 20 फीसद बचे रोडवेज यात्री
बरेली, जेएनएन: एक जून से घाटे में चल रही रोडवेज के लिए बारिश भी मुसीबत से कम नहीं। सोमवार देर रात शुरू हुई बारिश मंगलवार को दिन भर जारी रही। ऐसे में मुसाफिरों की आवाजाही बेहद कम रही। एक-एक बस को भरने में कई घंटे लगे। रोजाना की अपेक्षा मंगलवार को एक तिहाई यात्रियों ने भी सफर नहीं किया। एआरएम कार्मिक चीनी प्रसाद ने बताया कि घाटे के चलते अनुबंधित बसों को रोकने के साथ ही परिक्षेत्र की 200 से अधिक बसों के परमिट सरेंडर किए गए हैं। अभी तक जहां 30 से 40 फीसद लोड फैक्टर बचा था। बरसात से 20 फीसद पहुंच गया। सेटेलाइट बस अड्डे पर जलभराव से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।