एक कमरे के आवास में जाना नहीं मंजूर

बाकरगंज खड्ड से कुछ महीने पहले हटाए गए परिवारों को डूडा की सीबीगंज स्थित योजना में आवास आवंटित किए गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Jan 2019 02:00 AM (IST) Updated:Thu, 10 Jan 2019 02:00 AM (IST)
एक कमरे के आवास  में जाना नहीं मंजूर
एक कमरे के आवास में जाना नहीं मंजूर

जेएनएन, बरेली : बाकरगंज खड्ड से कुछ महीने पहले हटाए गए परिवारों को डूडा की सीबीगंज स्थित योजना में आवास आवंटित किए गए थे। वहां एक कमरे का मकान होने के कारण लोगों ने रहने से इन्कार कर दिया है। इस बाबत उन्होंने डूडा में लिखकर भी दिया है।

नगर निगम ने करीब छह महीने पहले बाकरगंज खड्ड में अवैध रूप से मकान बनाकर रहने वाले लोगों को हटाया था। उनके पक्के आवासों को ध्वस्त कर दिया था। उनमें से करीब सात परिवारों की दयनीय स्थिति को देखते हुए उन्हें सरकारी योजना के तहत आवास दिलाने के लिए प्रयास भी किए गए। इसके बाद सात परिवारों को सीबीगंज के पस्तौर में बनी डूडा की योजना में आवास दे दिए गए। वहां एक कमरे के साथ ही किचन, शौचालय बना है। लोगों को आवास आवंटन के बाद भी वे वहां नहीं गए। कई दिनों तक आवास खाली रहने पर जब डूडा के कर्मचारियों ने लोगों से बात की तो उन्होंने छोटे मकान में रहने से इन्कार कर दिया। नगर आयुक्त आरके श्रीवास्तव ने बताया कि जिन लोगों को आवास दिए गए थे उन्होंने लिखकर दे दिया है कि छोटे घरों में नहीं रह पाएंगे।

अन्य लोगों को भी आवास दिलाने की मांग

समाज सेवा मंच के नदीम शमसी ने नगर आयुक्त से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण अभियान के दौरान बाकरगंज से दो दर्जन से अधिक लोगों के घरों से छत छिन गई थी। उन्होंने सभी को आवास दिलाने की मांग की।

तथ्य

-बाकरगंज खड्ड में कुछ समय पहले हटा दिए गए थे कई परिवार

-डूडा की सीबीगंज स्थित योजना में प्रदान किए गए थे सात परिवार को घर

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