Panchayat Chunav News : यूपी के इस जिले में चुनाव जीतकर शपथ नहीं ले पाएंगे एक तिहाई से अधिक प्रधान, जानिए क्या है वजह
Panchayat Chunav News चुनाव जीतने के बावजूद जनपद के 40 फीसद प्रधानों को सत्ता की चाभी के लिए अभी कुछ माह और इंतजार करना पड़ेगा। गांव की सरकार बनाने के लिए जरूरी सदस्य संख्या न होने पर प्रधानों को शपथ नहीं दिलायी जाएगी।
बरेली जेएनएन। Panchayat Chunav News : चुनाव जीतने के बावजूद जनपद के 40 फीसद प्रधानों को सत्ता की चाभी के लिए अभी कुछ माह और इंतजार करना पड़ेगा। गांव की सरकार बनाने के लिए जरूरी सदस्य संख्या न होने पर प्रधानों को शपथ नहीं दिलायी जाएगी। जिले के 12951 ग्राम पंचायत सदस्य के पदों में मात्र 7325 सदस्य ही चुने जा सके। नामांकन के अभाव में ग्राम पंचायत सदस्य के 5626 वार्डों में चुनाव अभी बाकी है।
दरअसल ग्राम पंचायत गठन के लिए दो तिहाई सदस्यों का होना जरूरी है। जनपद की करीब 40 फीसद से अधिक ग्राम पंचायतों ें में पंचायत गठन के जरूरी दो तिहाई का कोरम पूरा नहंी हो सका। दो तिहाई सदस्य होने पर ही छह प्रमुख समितियों का गठन होता है। नतीजतन दो तिहाई से कम सदस्य वाली ग्राम पंचायतों में प्रधान का चुनाव जीतने वाले लोग अभी शपथ नहीं ले सकेंगे। उन्हें ग्राम पंचायत सदस्य के उपचुनाव के बाद ही प्रधान के अधिकारी मिल सकेंगे।
इन छह समितियों की मदद से चलती है गांव की सरकार
ग्राम पंचायत की शक्तियां छह समितियों में निहित है। दो तिहाई सदस्य होने पर ही समितियेां का गठन होता है।
नियोजन एवं विकास समिति : इस समिति का अध्यक्ष प्रधान तथा बाकी दह ग्राम पंचायत के निर्वाचित सदस्य प्रतिनिधि होते है। ग्राम पंचायत के विकास, पशुपालन व गरीबी उन्मूलन का यह समिति प्रस्ताव तैयार कर कि्रयान्वयन कराती है।
शिक्षा समिति : समिति का अध्यक्ष उप प्रधान तथा छह ग्राम पंचायत सदस्य तथा चार सहयोजित सदस्य होते है। स्कूलों के कायाकल्प समेत गांव की शिक्षा का यह समिति प्रबंध करती है।
निर्माण कार्य समिति : नामित सदस्य अध्यक्ष होता है। छह सदस्य समिति में शामिल किए जाते है। गांव में होने वाले सभी निर्माण तथा उनकी गुणवत्ता को यह समिति देखती है।
स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति : इस समिति में भी नामित सदस्य अध्यक्ष होता है। छह अन्य सदस्य रहते हैं। चिकित्सा, स्वास्थ्य,न टीकाकरण समेत स्वास्थ्य संबंधी कार्य यह समिति देखती है।
प्रशासनिक समिति : ग्राम प्रधान समिति का अध्यक्ष होता है। राशन की दुकान, सफाई कर्मचारी समेत गांव से जुड़े कर्मचारियों के संबंधित कार्य समिति देखती है।
जल प्रबंध समिति : नामित सदस्य अध्यक्ष होता है। छह ग्राम पंचायत सदस्य तथा दो सह योजित सदस्य शामिल किए जाते हैं। यह समिति राजकीय नलकूपों के संचालन के साथ पेयजल का प्रबंध करती है।
फैक्ट फाइल
-12951 ग्राम पंचायत सदस्य चुने जाने थे 1069 ग्राम पंचायत में
- 4922 प्रत्याशी निर्विरोध ग्राम पंचायत सदस्य बने
- 2403 ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए हुआ चुनाव
- 5626 ग्राम पंचायत सदस्यों नामांकन के अभाव में रिक्त
ग्राम पंचायत गठन के लिए ग्राम प्रधान के साथ दो तिहाई सदस्यों का होना जरूरी है। इससे कम संख्या होने पर ग्राम पंचायत का गठन नहीं हो सकेगा। पंचायत चुनाव में 43 फीसद से अधिक ग्राम पंचायत सदस्य के पद नामांकन न होने से खाली रह गए। इस कारण एक तिहाई से अधिक ग्राम पंचायतों का कोरम पूरा न होने की वजह से ग्राम प्रधानाें को शपथ नही दिलाई जाएगी। उन्हें उप चुनाव का इंतजार करना पड़ेगा। पवन कुमार, जिला पंचायतीराज अधिकारी