शाहजहांपुर में तेज हवा के साथ बारिश में भीगा धान, किसान परेशान

प्रशासन की लापरवाही व केंद्र प्रभारियों की मनमानी किसानों को भारी पड़ गई। रविवार रात हुई तेज बारिश के कारण मंडी परिसर में खुले आसमान के नीचे पड़ा सैंकड़ों क्विंटल धान भी गया। जिस कारण उसे बेचने आए किसान परेशान हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 09:54 AM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 09:54 AM (IST)
शाहजहांपुर में तेज हवा के साथ बारिश में भीगा धान, किसान परेशान
शाहजहांपुर में तेज हवा के साथ बारिश में भीगा धान, किसान परेशान

शाहजहांपुर, जेएनएन।  प्रशासन की लापरवाही व केंद्र प्रभारियों की मनमानी किसानों को भारी पड़ गई। रविवार रात हुई तेज बारिश के कारण मंडी परिसर में खुले आसमान के नीचे पड़ा सैंकड़ों क्विंटल धान भी गया। जिस कारण उसे बेचने आए किसान परेशान हैं।

मंडी समिति में लगे क्रय केंद्रों पर धान खरीद की गति काफी धीमी है। उठान भी समय से न होने के कारण क्रय केंद्रों के बाहर ढेर लगे हुए हैं। कई-कई दिन तक तौल न होने के कारण बड़ी संख्या में किसान अब भी परिसर में ही खुले आसमान के नीचे अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। रविवार शाम बारिश शुरु हुई तो केंद्रों के बाहर लगीं धान की बोरियों को किसी तरह ढक लिया गया, लेकिन खुले में पड़े धान को किसान नहीं बचा सके। मंडी प्रशासन के पास भी इतने धान को सुरक्षित करने का कोई इंतजाम नहीं था।

यहां है धान क्रय केंद्र

रोजा मंडी में आरएफसी, एफसीआई, पीसीयू, पीसीएफ, एसएफसी, नैफेड के क्रय केंद्र लगे हैं। इसके अलावा मंडी समिति का केंद्र भी खोला गया है। पर इन पर तौल धीमी हो रही है। हालांकि लक्ष्य पूर्ति के लिए प्रशासन ने छोटे किसानों से घर-घर जाकर धान खरीद शुरु की है।

क्या बोले अधिकारी

मंडी समिति में इस समय करीब बीस हजार क्विंटल धान है। कोशिश की है कि ज्यादा से ज्यादा धान बच जाए। जो किसान एक दो दिन में धान लाए थे उन्हें कुछ दिक्कत हुई होगी। भीगे धान को सुखाने की व्यवस्था कराई जाएगी।

सुरेंद्र सिंह, एसडीएम सदर

chat bot
आपका साथी