रामलीला मेले में नोट लुटाने वाला अफीम तस्कर निकला करोड़पति, छह लग्जरी गाड़ियां, तीन कोठियाें समेत है 150 बीघा जमीन
Opium Smuggler Bhagwan Das Property तस्करी से करोड़ों की संपत्ति बनाने वाले भगवानदास ने प्रधानी के चुनाव में खूब नोट खर्च किए। पिछली बार वह खुद प्रधान था। इस बार सीट आरक्षित होने पर पत्नी को चुनाव लड़ाया वह भी जीत गई।
बरेली, जेएनएन। Opium Smuggler Bhagwan Das Property : तस्करी से करोड़ों की संपत्ति बनाने वाले भगवानदास ने प्रधानी के चुनाव में खूब नोट खर्च किए। पिछली बार वह खुद प्रधान था। इस बार सीट आरक्षित होने पर पत्नी को चुनाव लड़ाया, वह भी जीत गई। 10 वर्ष पहले तक छोटे रकबा में कृषि करने वाले भगवानदास के पास आधा दर्जन लग्जरी कारें हैं। इसके साथ ही वह आलीशान काेठियाें का मालिक भी है।
बरेली की पाश कालाेनी में है अफीम तस्कर की आलीशान काेठी
बरेली की पाश कालोनी ग्रीन पार्क व शांति विहार में कोठी, गांव में दो बीघा में मकान है। बदायूं, बरेली के कैंट, आंवला, बिशारतगंज में प्लाट है। उसकी एक मेंथा फैक्ट्री है। ट्रांसपोर्ट का काम भी उसने शुरू कर दिया था। गिरोह में साला भी शामिल भगवानदास ने ढकिया गांव में रहने वाले साले छत्रपाल को भी गिरोह में शामिल कर लिया था। सात सितंबर को सिरौली थाने की पुलिस ने उसे व अंजनी गांव निवासी किशनपाल को साढ़े तीन किलो स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था।
राजनीतिक हनक के चलते करा चुका है पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
10 दिसंबर 2019 को छत्रपाल को अलीगंज थाने के दारोगा नितिन शर्मा, मुकेश कुमार व सिपाही देवेंद्र व धनंजय सिंह ने रोका था। उस समय भगवानदास पस्तौर और छत्रपाल ढकिया का प्रधान था। भाजपा के एक विधायक से नजदीकी संबंध होने पर उसने शिकायत की कि पुलिसकर्मियों ने सात लाख रुपये वसूल लिए। जेल भेजने की धमकी दी थी। इस पर विधायक ने उसकी पैरवी की। तत्कालीन आइजी राजेश पांडेय से तीन बार पत्राचार किया। इसके बाद पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर जांच बैठा दी गई थी।
आरोपित तस्कर फर्रुखाबाद पुलिस का वांछित था। तस्कर व उसके कुनबे से जुड़े लोगों की जांच शुरू कर दी गई है। सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभियान जारी रहेगा। रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी