बरेली में शुरू हुआ ऑपरेशन सदभावना, आर्मी स्कूल में जम्मू कश्मीर के 29 बच्चों को मुफ्त पढ़ा रही भारतीय सेना

Indian Army Operation Sadbhavna in Bareilly भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के 29 बच्चों को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है। भारत सरकार के साथ मिलकर चलाए जा रहे आपरेशन सद्भावना के तहत इसका फैसला लिया गया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:12 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:12 AM (IST)
बरेली में शुरू हुआ ऑपरेशन सदभावना, आर्मी स्कूल में जम्मू कश्मीर के 29 बच्चों को मुफ्त पढ़ा रही भारतीय सेना
बरेली में शुरू हुआ ऑपरेशन सदभावना, आर्मी स्कूल में जम्मू कश्मीर के 29 बच्चों को मुफ्त पढ़ा रही भारतीय सेना

बरेली, जेएनएन। Indian Army Operation Sadbhavna in Bareilly  : भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के 29 बच्चों को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है। भारत सरकार के साथ मिलकर चलाए जा रहे आपरेशन सद्भावना के तहत इसका फैसला लिया गया है। इन सभी बच्चों को पिथौरागढ़ स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में इंटरमीडिएट तक की मुफ्त शिक्षा मिलेगी। जिससे ये बच्चे अनुशासन और बेहतर शिक्षा के बल पर भविष्य में बेहतर जीवन यापन कर सकें। बुधवार सुबह ये सभी छात्र-छात्राएं बरेली सैन्य क्षेत्र में पहुंचे।

उत्तर भारत एरिया (यूबी एरिया) हेडक्वार्टर के जीओसी अति विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल सुरेंद्र सिंह महल ने बरेली छावनी क्षेत्र में पहुंचने पर सभी बच्चों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि इन कश्मीरी बच्चों का चयन करने के बाद अब इनकी इंटरमीडिएट यानी 12वीं तक की मुफ्त शिक्षा-दीक्षा पिथौरागढ़ स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में की जाएगी। पढ़ाई ही नहीं, बच्चों के रहने और खाने का खर्च भी सेना वहन करेगी। उन्होंने बताया कि आपरेशन सद्भावना के तहत इन 29 बच्चों का मुफ्त शिक्षा के लिए चयन महज एक शुरुआत है। जम्मू और कश्मीर के और भी छात्र व युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार और सेना मिलकर इस तरह के और भी प्रयास करते रहेंगे।

महज बुनियादी नहीं, तकनीकि और व्यावसायिक शिक्षा भी मिलेगी 

लेफ्टिनेंट जनरल सुरेंद्र सिंह महल ने यह भी बताया कि आपरेशन सद्भावना में बच्चों की बुनियादी शिक्षा मुहैया कराने की ही नहीं, बल्कि इससे आगे की तैयारी भी है। इसके तहत इंटरमीडिएट तक की शिक्षा पूरी करने के बाद अगर कोई छात्र या छात्रा तकनीकि या व्यावसायिक शिक्षा जैसे

इंजीनियरिंग, वकालत, मेडिकल शिक्षा या फैशन इंस्टीट्यूट में भी दाखिला लेना चाहेगी तो भारतीय सेना मदद करेगी। हालांकि इसके लिए संबंधित संस्थान की प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करना होगा।

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