Online Game News : सावधान आनलाइन गेम से जुडे़ खुराफाती बच्चाें काे बना रहे शिकार, मनाेवैज्ञानिक बाेले- इस तरह रखे ख्याल
Online Game News मर्चेंट नेवी कर्मचारी के पुत्र वरदान उर्फ वंश का फ्रीफायर आनलाइन गेम में फंसना कुछ पैसे गंवाना और फिर अन्जान युवक के साथ चले जाने की घटना ने बच्चों के प्रति सोचने पर मजबूर कर दिया है।
बरेली, जेएनएन। Online Game News : मर्चेंट नेवी कर्मचारी के पुत्र वरदान उर्फ वंश का फ्रीफायर आनलाइन गेम में फंसना, कुछ पैसे गंवाना और फिर अन्जान युवक के साथ चले जाने की घटना ने बच्चों के प्रति सोचने पर मजबूर कर दिया है। एक ओर जहां आनलाइन शिक्षा के लिए बच्चों के हाथ में स्मार्ट फोन देना अभिभावकों की मजबूरी है तो वहीं छात्रों के हाथ आनलाइन गेम से लेकर मनोरंजन करने के तमाम साधन हाथ में आ गए है।जिनका फायदा साइबर अपराधी गेम के जरिए भोले भाले बच्चों को अपने जाल में फंसाकर उठा रहे है। एेसे में बच्चों की मोबाइल को लेकर हर एक गतिविधि पर नजर रखना जरूरी है।बरेली कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर डा. सुविधा शर्मा के अनुसार बच्चों की बदली एक्टिविटी के जरिए उन्हें पहचाना जा सकता है। इसके साथ ही उन्हें गेम के जरिए गलत हाथों में फंसने से भी बचाया जा सकता है।
इन बाताें का रखे ख्याल
- अभिभावक बच्चों से लगातार संवाद बनाए रखे। मोबाइल पर किसके संपर्क में है, ये जरूर देंखे।
- आनलाइन पढ़ाई के दौरान खास ध्यान देना चाहिए।
- अगर बच्चा एकांत में मोबाइल को ज्यादा इस्तेमाल करता है, तो ध्यान दें।
- मोबाइल पर बच्चे का अधिक वक्त देते हुए देखने की वजह जरूर तलाशें।
- बालक में व्यवहार में बदलाव पर ध्यान दें। स्ट्रेस कभी एग्रेशन दिखाने पर काउंसलिंग की जरूरत होती है।
- ऐसे गेम खेलने वाले बच्चे घर में चोरी भी करने लगते हैं।
- परेशानी में वह कुछ शब्द का ज्यादा इस्तेमाल करते है, मसलन मैं भाग जाउंगा। मैं मर जाउंगा। मैं फंस गया। ऐसे शब्दों को सुनकर बच्चों को प्यार से जरूर पूछना चाहिए।
- मोबाइल गेम यदि बच्चा खेल रहा है, तो निगरानी जरूरत करे।
- ऐसे गेम में फंसने वाले बच्चों को भावनात्मक सहारा देना होता है।
इस तरह के गेम गैरकानूनी हैं। बच्चों के भविष्य को अंधकार में झोंकने वाले हैं। बिना लाइसेंस के ऐसे गेम आनलाइन चल रहे हैं। गेम के प्रस्तोता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं। जिस गेम में पैसों का लेनदेन हो वे जुआ की श्रेणी में आएंगे। पैसों का लालच देकर एजुकेशन को चौपट कर रहे हैं। पबजी, ब्लू व्हेल की तरह के ऐसे सभी गेम सरकार को तत्काल प्रभाव से बंद कर देना चाहिए। - अनिल भटनागर, वरिष्ठ अधिवक्ता
ऐसे मामलों में सीधे तौर पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकती। अभिभावकों की इसमे महत्वपूर्ण भूमिका है। अभिभावकों को बच्चों की निगरानी बढ़ानी होगी। यदि कोई बच्चा ऐसे गेम खेल रहा है अभिभावक बच्चों की काउंसिलिंग कराएं। - सुशील कुमार, एसपी क्राइम