Online Education Guideline : आनलाइन पढ़ाई के दुष्प्रभाव से बेचैन हुआ शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जारी की गाइडलाइन

Online Education Guideline शाहजहांपुर में कोरोना काल में आनलाइन पढा़ई के प्रतिकूल प्रभाव से शिक्षा विभाग बेचैन हो गया है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षा परिषद ने भी चिंता जताई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से गाइड लाइन जारी की है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 12:49 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:49 PM (IST)
Online Education Guideline : आनलाइन पढ़ाई के दुष्प्रभाव से बेचैन हुआ शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जारी की गाइडलाइन
आनलाइन पढ़ाई के दुष्प्रभाव से बैचेन हुआ शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जारी की गाइडलाइन

बरेली, जेएनएन। Online Education Guideline : शाहजहांपुर में कोरोना काल में आनलाइन पढा़ई के प्रतिकूल प्रभाव से शिक्षा विभाग बेचैन हो गया है। राज्य शैक्षििक अनुसंधान एवं प्रशिक्षा परिषद ने भी चिंता जताई है। विविध स्तरों पर किए अध्ययन व विशेषज्ञों की राय के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से गाइड लाइन जारी की गई है। बच्चों में आनलाइन खेल के प्रति बढ़ती रुचि ऑनलाइन गेम्स से शारीरिक, मानसिक प्रभावों के निदान का उपाय सुझाया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक शौकीन सिंह यादव ने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को गाइड लाइन संबंधित दिशा निर्देश जारी किए है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी गाइड लाइन के प्रमुख बिंदु

क्या न करें :

शिक्षक व अभिभावकों के लिए

- अभिभावकों की सहमति के बिना ऑनलाइन गेम की खरीद न करें। एप की खरीद में सुरक्षित भुगतान के तरीकों का पालन करें।

- सब्न्सक्रिप्शन के लिए एप पर क्रेडिट व डेबिट कार्ड के रजिस्ट्रेशन से बचें। प्रत्येक लेन-देन के खर्च की अधिकतम सीमा निर्धारित करें।

- बच्चों को गेम व पढाई के लिए प्रयोग के लिये लैपटाप व मोबाइल से सीधे खरीद की सुविधा न दें।

- बच्चों को अनजान वेबसाइट से साफटवेयर या गेम डाउनलोड न करने की सलाह दें।

- बच्चों को बताएं कि कि वेबसाइट पर दिये गये लिंक य चित्रों या पॉप-अप पर क्लिक न करें।

- उनमें वायरस हो सकता है, जो कम्प्यूटर को नुकसान पहुंचा सकता है। आयु असंगत सामग्री भी हो सकती है।

- बच्चों को सलाह दें कि गेम डाउनलोड करते समय वे किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी न दें।

- आनलाइन गेम के दौरान अथवा गेमिंग प्रोफाइल में वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

- वेबकैग, प्राइवेट मैसेजिंग या ऑनलाइन चैट के माध्यम से किसी अनजान शख्स या व्यस्क लोगो से बातचीत (चैट) न करें।

- ऐसा करने से गलत व्यक्तियों के संगत से पड़ने या अन्य खिलाडियों से गलत शब्दों को सीखने का खतरा रहता है।

- उन्हें लम्बे समय तक बिना ब्रेक लिये ऑनलाइन गेम खेलने से बचने की सलाह दें।

यह करें

- ऑनलाइन पढ़ाई व गेम खेलते समय कुछ गलत प्रतीत होने पर तुरंत खेल रोक दें। स्क्रीनशॉट लेकर माता व पिता को अवगत कराए। ऑनलाइन रिपोर्ट भी दर्ज कराएं।

- बच्चो की निजता को बनाये रखने में उनकी मदद करें। उन्हें बताएं कि वे ऑनलाइन गेम में अपने वास्तविक नाम की बजाय प्रत्येक गेम के लिये अलग-अलग नाम का प्रयोग करें।

- एंटीवायरस स्पाइवेयर प्रोग्राम का प्रयोग करें, अपने वेब ब्राउचर को फायरबॉल की मदद से सुरक्षित करें।

- डिवाइस, बाउचर पर माता-पिता के नियंत्रण (पैरेंटल कंट्रोल) तथा सुरक्षा संबंधी उपयों को सक्रिय कराएं, ताकि अवांछित सामग्री की पहुंच न हो सके ।

- यदि कोई अपरिचित व्यक्ति कुछ गलत या असंगत बातचीत प्रारम्भ करता है, या व्यक्गित जानकारी उपलब्ध कराने को कहता है तो अभिभावकाें को बताएं

- ऑनलाइन खेले जाने वाले खेल की आयु उपयुक्तता (ऐज रेटिंग) की जांच अवश्य करें।

- गलत संदेशों का रिकार्ड रखे तथा गेम साइट एडमिनिस्ट्रेटर को तत्काल इसकी जानकारी दे।

- ऐसे व्यक्ति को प्लेयर सूची से ब्लॉक, म्यूट या अनफ्रेंड कर दें या गेम के चैट फंक्शन को बंद कर आफ कर दें।

- बच्चों के बगल में बैठकर खेल का आनंद लें। आंकलन करें बालक व्यक्तिगत जानकारी को किस प्रकार प्रयोग कर रहा है।

- बच्चों को यह समझने में मदद करें कि ऑनलाइन गेम के कुछ फीचर ज्यादा देर खेलने और ज्यादा धनराशि खर्च करने के लिये प्रेरित करते हैं।

- आनलाइन जुआ (गैमब्लिंग) के बारे में बात करें, भौतिक रूप में उसके दुष्परिणामों के बारे में समझाएं।

- बच्चा घर में सबकी निगरानी में कम्प्यूटर के माध्यम से ही इंटरनेट का प्रयोग करें।

इन बातों पर ध्यान दें

- अचानक से इंटरनेट मीडिया पर ऑनलाइन खेल खेलने के समय में वृद्धि।

- पास जाने पर बच्चों के द्वारा तुरंत स्क्रीन बदलना।

- इंटनेट का उपयोग करने या पठनीय संदेश भेजने के बाद वापस हो जाना या क्रोधित हो जाना।

- डिवाइस पर अचानक से कई सारे नये फोन नम्बर बढ जाना या ईमेल आईडी का प्रयोग होना।

- घर पर इंटरनेट गेटवे को इंस्टाल करें ताकि मॉनीटरिंग, लॉगिंग तथा बच्चों द्वारा एक्सेस किए जाने वाले कंटेट की कंट्रोलिंग किया जा सकें।

- बच्चों के व्यवहार में संदेहास्पद दिखायी देने पर तत्काल स्कूल प्रशासन को सूचित करें।

- शिक्षक, बच्चों को समय-समय पर इंटरनेट के लाभ व हानि के बारे में जागरुक करें।

आनलाइन पढ़ाई व गेम के प्रतिकूल प्रभाव को देख राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से गाइउ लाइन जारी कर दी गई है। अनुलपालन के लिए सभी प्रधानाचार्यो ंको लिखा गया है। बच्चों के हितों की रक्षा के लिए गाइड लाइन का अनुपालन जरूरी है। शौकीन सिंह यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक 

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