ओमिक्रोन : खतरे में पीलीभीत, बिना जांच घूम रहे विदेश से लौटे 60 लोग, अब खोज रहा स्वास्थ्य विभाग
पीलीभीत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सर्विलांस में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके उलट जनपद में सर्विलांस तंत्र बेहद कमजोर है। सर्विलांस की ढिलाई के कारण 25 अक्टूबर से 27 नवंबर तक 60 लोग विदेश से जनपद में आ चुके हैंI
बरेली, जेएनएन। पीलीभीत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सर्विलांस में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके उलट जनपद में सर्विलांस तंत्र बेहद कमजोर है। सर्विलांस की ढिलाई के कारण 25 अक्टूबर से 27 नवंबर तक 60 लोग विदेश से जनपद में आ चुके हैं लेकिन किसी को खबर तक नहीं है।
देश भर में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने का शोर मचा तो स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। जानकारी खंगाली गई तो 25 अक्टूबर से 27 नवंबर तक 60 लोगों के जनपद में आने की सूचना प्राप्त हुई। इस पर मंगलवार को टीमों को एक्टिव किया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। विदेश से आए कई लोग या तो वापस लौट चुके थे या फिर स्वास्थ्य विभाग के रडार में ही नहीं आ पाए। इसमें यूनाइटेड किंगडम, टर्की समेत कई अन्य देशों से वापस लौटे लोग शामिल हैं। उपलब्ध जानकारी के अनुसार ये सभी 60 लोग पूरनपुर में ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी हैं।
मंगलवार को पूरनपुर क्षेत्र में विदेश से आने वाले लोगों पर स्वास्थ्य महकमा सतर्क हुआ। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. प्रेम सिंह ने उपलब्ध सूची के अनुसार लोगों को ट्रेस कराना शुरू किया तो केवल 13 लोगों का ही आरटी-पीसीआर सैंपल एकत्र हो सका। ये लोग टर्की से वापस लौटे हैं। आधा दर्जन लोग विदेश वापस लौट चुके हैं जबकि अन्य लोगों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
देखना होगा कहां हुई चूक
विदेश से आ रहे लोगों की जानकारी मिलने में एक माह से अधिक समय की देरी हुई है। 25 अक्टूबर को लौटे व्यक्ति की सूचना दिसंबर का सप्ताह बीतने के बाद हो सकी। इसमें लापरवाही उच्च स्तर पर हुई या जनपदीय सर्विलांस टीम द्वारा, यह जांच का विषय है। अगर इन खामियों को दुरुस्त नहीं किया गया तो तीसरी लहर की आशंका प्रबल हो सकती है।