1930 में बनी इमारत की तर्ज पर संवरेंगे पुराने भवन

अब 1930 में बनी शेरगढ़ के स्कूल की इमारत की तर्ज पर पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को संवारा जाएगा। इस स्कूल की इमारत को बिना ढांचा में परिवर्तन किए संवारा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 02:05 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 02:05 AM (IST)
1930 में बनी इमारत की तर्ज पर संवरेंगे पुराने भवन
1930 में बनी इमारत की तर्ज पर संवरेंगे पुराने भवन

बरेली, जेएनएन : अब 1930 में बनी शेरगढ़ के स्कूल की इमारत की तर्ज पर पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को संवारा जाएगा। इस स्कूल की इमारत को बिना ढांचा में परिवर्तन किए संवारा गया है।

शेरगढ़ के सहोड़ा गांव में बनी स्कूल की इमारत को प्रशासन मॉडल के तौर पर प्रस्तुत कर रहा है। डीएम ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर इसे पोस्ट किया था। इस इमारत को 1930 में बनाया गया था। सही रखरखाव और मरम्मत न होने की वजह से इमारत कई जगह से जर्जर हो चुकी थी। हालांकि जब कायाकल्प योजना की शुरुआत हुई तो इस ऐतिहासिक इमारत को बिना ढांचा बदले संवारने का निर्णय लिया गया। इसके बाद यहां पर रखे खपरैल को नया स्वरूप दिया गया। इसके साथ बार्डर और फर्श पर टाइल्स लगाई गई। दीवारों पर पेंटिग कराई गई। स्कूल में प्रवेश के लिए रेलिग लगाई। साथ ही गार्डन को भी विकसित किया गया। बाहरी दीवारों पर बाल अधिकार के स्लोगन व पोस्टर लगाए गए। अब इस इमारत की सुंदरता अपने आप बयां होती है। इसी की तर्ज पर कुछ पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को भी संवारा जाएगा। प्रशासन की पहली प्राथमिकता में सुभाष नगर की पुरानी बीएसए कार्यालय की बिल्डिग है। इस बिल्डिग का स्ट्रक्चर बहुत बेहतरीन है। डबल स्टोरी में बनी इस इमारत को भी प्रशासन बिना ढांचा बदले ही संवारने की योजना बना रहा है। हालांकि, इसमें खर्च काफी ज्यादा आने की संभावना है। वर्जन

शेरगढ़ के स्कूल की इमारत को बिना ढांचा में परिवर्तन किए हुए संवारा गया है। इसी तर्ज पर हम दूसरी ऐतिहासिक इमारतों को भी संवारने की योजना बना रहे हैं।

चंद्र मोहन गर्ग, सीडीओ

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