Covid Vaccination : बरेली में अधिकारियों ने बढ़ाया कदम तो तेज हुआ वैक्सीनेशन

Covid Vaccination जैसी उम्मीद थी.. जिले में कोरोना वैक्सीनेशन के सफल ट्रायल ने शुक्रवार को अपना असर दिखाया। सुबह वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की चाल कुछ हल्की दिखी तो महकमे के आला अफसरों ने खुद मोर्चा संभाला। आगे बढ़कर पहले खुद वैक्सीनेशन कराया।

By Edited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 02:50 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 02:59 AM (IST)
Covid Vaccination : बरेली में अधिकारियों ने बढ़ाया कदम तो तेज हुआ वैक्सीनेशन
Covid Vaccination : बरेली में अधिकारियों ने बढ़ाया कदम तो तेज हुआ वैक्सीनेशन

बरेली, जेएनएन। Covid Vaccination : जैसी उम्मीद थी.. जिले में कोरोना वैक्सीनेशन के सफल ट्रायल ने शुक्रवार को अपना असर दिखाया। सुबह वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की चाल कुछ हल्की दिखी तो महकमे के आला अफसरों ने खुद मोर्चा संभाला। आगे बढ़कर पहले खुद वैक्सीनेशन कराया। इसका असर कुछ यूं हुआ कि कोविशील्ड पर स्वास्थ्यकर्मियों का भरोसा बढ़ा। जिले में शाम पांच बजे तक 25 केंद्रों पर 49 सत्र लगे, इनमें कुल 3,252 स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीनेशन कराया। यानी करीब 67 फीसद। हालांकि कुछ केंद्रों में कमी हुई, वर्ना कुल वैक्सीनेशन का प्रतिशत कुछ और बढ़ सकता था।

खुशलोक हॉस्पिटल से जिले में हुआ उद्घाटन खुशलोक हॉस्पिटल से पहले चरण के वैक्सीनेशन की शुरुआत मुख्य अतिथि शहर विधायक डॉ.अरुण कुमार की मौजूदगी में डॉ. विनोद पागरानी ने पहला वैक्सीनेशन कराया। वहीं एसआरएमएस में डॉ. शशाक भंसाली, रोहेलखंड मेडिकल कॉलेज में नोडल अधिकारी डॉ. मेधावी ने सबसे पहले कोरोना का टीका लगवाया। जिला प्रशासनिक अधिकारी डॉ.राकेश ने वैक्सीनेशन कराया तो जिला अस्पताल से जुड़े स्वास्थ्यकर्मी भी वैक्सीनेशन को आगे बढ़े। इन स्वास्थ्य अधिकारियों ने कराया वैक्सीनेशन इसी के साथ संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ.जावेद हयात ने भी कोरोना की लगवाई।

मुरादाबाद के अपर निदेशक स्वास्थ्य और बरेली के पूर्व सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला और वर्तमान सीएमओ डॉ. एसके गर्ग, महिला जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अलका शर्मा, एसीएमओ डॉ.रंजन गौतम, डॉ.शैव्या ने भी कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी आरएन सिंह ने जिला अस्पताल में वैक्सीन की डोज ली। डॉ.उमेश गौतम और पत्नी सोनल ने भी लगवाई वैक्सीन महापौर डॉ.उमेश गौतम और उनकी पत्नी सोनल ने भी कोरोना का टीका लगवाया। हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई। लेकिन स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि गाइडलाइन के मुताबिक अस्पताल संचालक, प्रबंधन स्टाफ ही नहीं सफाईकर्मी भी वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्यकर्मी की कैटेगरी में आते हैं।

इंटरनेट की दिक्कत बनी ज्यादा वैक्सीनेशन में बाधक : जिले के 25 केंद्रों पर 49 सेशन थे। इनमें से कई सेशन पर इंटरनेट की दिक्कत ने परेशान किया। नवाबगंज में देर से शुरू हुआ कोविन एप। राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में भी आई परेशानी। कई स्वास्थ्यकर्मियों के पास नहीं पहुंचा मैसेज। इनमें से कुछ को फोन कर वैक्सीनेशन के लिए बुलाया गया।

चंद मिनट में सध गए पहले लड़खड़ाए कदम : वैक्सीनेशन के बाद 11 स्वास्थ्यकर्मियों को तबीयत कुछ देर के लिए बिगड़ी। ऐसे लोगों में तबीयत ठीक न लगना, थकान महसूस होना, कंपकपी या बुखार सा महसूस हुआ। मतली, जोड़ों या मासपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है। हालांकि कुछ देर बाद सभी दुरुस्त हो गए। डॉक्टरों ने बताया कि सामान्य लक्षण का मतलब टीका शरीर पर असर कर रहा है। ये असर किसी भी वैक्सीन लगने के बाद हो सकते हैं।

वैक्सीनेशन कर दिया संदेश

सीएमओ डॉ.एसके गर्ग ने बताया कि टीकाकरण के बाद भी एंटीबॉडी डेवलप होने में समय लगता है। इसलिए शारीरिक दूरी, मास्क और हाथ को सैनिटाइज करने का ध्यान रखें। 

एसीएमओ डॉ.रंजन गौतम ने बताया कि कोविड-19 बीमारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है। यह एक सुरक्षित वैक्सीन है। वैक्सीनेशन होने के बाद कोई दिक्कत नहीं हुई है।

वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर मो.अजीज ने बताया कि वैक्सीनेशन के बाद शारीरिक दिक्कत महसूस नहीं हुई। कोविन एप से बधाई का मैसेज भी मिला है। वैक्सीनेशन के बाद अच्छा लग रहा है।

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