अब गांवों में रुककर दिन-रात एक करेंगे अफसर

दो अक्टूबर तक इज्जत घर निर्माण का लक्ष्य भेदने के लिए अब अफसर दिन-रात ड्यूटी करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 12:01 AM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 02:18 AM (IST)
अब गांवों में रुककर दिन-रात एक करेंगे अफसर
अब गांवों में रुककर दिन-रात एक करेंगे अफसर

जागरण संवाददाता, बरेली : दो अक्टूबर तक इज्जत घर निर्माण का लक्ष्य भेदने के लिए अब अफसर दिन-रात ड्यूटी करेंगे। निर्माण का ग्राफ गिराने वाले सौ से अधिक गांवों में दस दिनों तक लगातार रात्रि प्रवास तक करेंगे। अभी तक नहीं बन सके करीब 15000 इज्जतघरों का निर्माण पूरा कराएंगे। देर शाम विकास भवन में आयोजित बैठक में सीडीओ ने 20 सितंबर से दो अक्टूबर तक समापन संकल्प अभियान का आगाज किया। बीडीओ, एडीओ सहित अन्य अफसरों को अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए।

वर्ष 2014 से शुरू हुए अभियान के तहत दो अक्टूबर 2018 तक करीब ढाई लाख इज्जत घरों का निर्माण होना है। अफसरों का दावा है कि करीब साढ़े 17000 इज्जतघर बनने के लिए शेष है। इनमें 100 से अधिक गांवों में करीब 15000 लाभार्थियों के इज्जतघर किसी न किसी कारण से नहीं बन सके हैं। इन गांवों में सौ-सौ इज्जतघर बनने से बचे हैं। ऐसे में अंतिम समय में लक्ष्य पूरा करने के लिए सीडीओ ने समापन संकल्प छेड़ दिया है। डे-नाइट ड्यूटी के लिए अफसरों को मैदान में उतार दिया।

रॉ-मेटेरियल, राज-मिस्त्रियों की समस्या दूर कराएंगे। दिन में सूरज की रोशनी और रात्रि में जनरेटर की व्यवस्था करके इज्जतघर का निर्माण कराएंगे। लाभार्थी जल्द इज्जतघर बना लें इसलिए नुक्कड़ नाटिका आयोजित कराई जाएंगी। रात्रि चौपाल लगाकर टॉयलेट एक प्रेम कथा फिल्म दिखाई जाएगी। बुलावा टोलियों के जरिए सामुदायिक शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। वर्जन--

अंतिम समय में इज्जतघरों का लक्ष्य पूरा करने के लिए 20 सिंतबर से समापन संकल्प अभियान का आगाज होगा। दो अक्टूबर तक इस अभियान में अफसर रात-दिन गांवों में रूक कर निर्माण पूरा कराएंगे।

सत्येंद्र कुमार, सीडीओ।

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